एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा उन्हें और उनके पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को हानि पहुँचाने के लिए पूर्व थानाध्यक्ष सैयद मोहम्मद अब्बास द्वारा फर्जी अभिलेख बनाए जाने के सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर पर दिए गए तहरीर पर मुक़दमा दर्ज नहीं किये जाने के बाद आज अमिताभ ने प्रदेश के डीजीपी एस जावीद अहमद से मुलाकात कर व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर मुक़दमा लिखवाने की प्रार्थना की.
श्री जावीद अहमद ने उनसे पूरा मामला समझने के बाद ठोस कार्यवाही का आश्वासन दिया. कल नूतन ने इसी सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर पर धरना दिया था.
नूतन ने साक्ष्यों के आधार पर आरोप लगाया है कि श्री अब्बास ने गाजियाबाद की एक औरत के नाम की एक फर्जी शिकायत बना कर उसे 27 अप्रैल 2015 को सिपाही मजहर खान को जाँच में देने की बात लिखी. इस शिकायतीपत्र में न तो कोई तारीख थी और न ही इस पर कथित प्रार्थिनी के हस्ताक्षर थे. बाद में जब नूतन ने एसएसपी लखनऊ से आरटीआई में सूचना मांगी तो पता चला कि इस महिला की ओर से ऐसा कोई शिकायती प्रार्थनापत्र थाने के अभिलेखों में नहीं पाया गया.