प्रदेश के गन्ना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेश राणा ने गन्ना विभाग के समस्त उप आयुक्तों एवं जिला गन्ना अधिकारियों को वर्ष 2017-18 में चीनी परता में 1 प्रतिशत की वृद्धि हेतु चीनी मिलों के समन्वय से कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि गन्ना विभाग में किसी भी प्रकार की ढ़िलाई एवं भ्रष्टाचार क्षम्य नहीं होगा। सभी अधिकारी मेहनत एवं लगन से कार्य करें। उन्होंने कहा कि 23 चीनी मिलों क्रमशः शामली, दौराला, कुम्भी, गुलरिया,अजबापुर, रूपापुर, पारले, पीलीभीत, नंगलामल, मनकापुर, सेवरही, हाटा, अकबरपुर, बिलाई एवं सठियावं द्वारा वर्ष 2017-18 में चीनी परता में 1 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता भी दर्शाई गई। गन्ना मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि चीनी परता में 1 प्रतिशत की वृद्धि हेतु चीनी मिलों के क्षेत्र में गन्ने की उन्नतिशील प्रजाति की अधिक उपज एवं अधिक परता वाले गन्ना बीज, उर्वरक एवं दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता, गन्ना बुवाई की आधुनिक विधि अपनाने तथा पेड़ी गन्ने का प्रबंधन कराने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिये जाये। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानो के गन्ने मूल्य का भुगतान समय से किया जाये। किसी किसान को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि गन्ना विकास के सघन कार्यक्रम से एक ओर कृषक कम लागत में अधिक गन्ना उत्पादन लेगें तथा दूसरी ओर चीनी मिलों की आय में वृद्धि होगी जिससे समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान सुनिश्चित होगा, जिसके फलस्वरूप राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक कृषकों की आय दुगुनी करने के संकल्प को पूर्ण किया जा सकेगा।