उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां गोमतीनगर विस्तार स्थित ‘यूपी 100’ भवन में पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली ‘यूपी 100’ का लोकार्पण किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली के सुचारु संचालन के लिए ‘यूपी 100’ भवन में की गयी व्यवस्थाओं जैसे संवाद कक्ष, सम्प्रेक्षण कक्ष, समेकन कक्ष आदि का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इसके उपरान्त गृह विभाग की 1302 परियोजनाओं का लोकार्पण और 90 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के कर्मियों को पांचवे और छठे वेतन आयोग के एरियर का राजकीय कर्मियों की भांति भुगतान की घोषणा भी की। जिसे राजकीय निर्माण निगम द्वारा अपने लाभ एवं संसाधनों से वहन किया जाएगा।
इस मौके पर आयोजित समारोह में गृह विभाग के सलाहकार श्री वेंकट चेंगावल्ली सहित ‘यूपी 100’ को मूर्त रूप देने में लगे सभी पुलिस अधिकारियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रणाली के संचालन से प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में व्यापक बदलाव आएगा। प्रदेशवासियों में भरोसा बहाल होगा कि 100 नम्बर मिलाने पर पुलिस सहायता मिल जाएगी। प्रदेश की जनता को इससे काफी राहत मिलेगी। 100 नम्बर के न उठने तथा फोन उठने पर पुलिस द्वारा खराब व्यवहार की जनता की शिकायत दूर होगी। इस प्रणाली में ऐसी व्यवस्था की गई है कि शिकायतकर्ता की शिकायत को धीरज से सुना जाए और उचित व्यवहार किया जाए। यह परिवर्तन समाजवादी सरकार के लगातार प्रयास की वजह से आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘यूपी 100’ के माध्यम से पूरे प्रदेश के किसी भी कोने में किसी भी नागरिक की आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए पुलिस 20 मिनट के अंदर उपलब्ध होगी। इस प्रणाली केे शुरू होने के बाद इसकी जो कमियां सामने आएंगी, उन्हें भी दूर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना, गोमती रिवरफ्रण्ट विकास योजना जैसी कई बड़ी और महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी करके उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह परियोजना भी अन्य प्रदेशों के लिए एक उदाहरण साबित होगी। देश में कोई भी राज्य अपने यहां इस तरह की प्रणाली विकसित करने से पूर्व यू0पी0 के अनुभव से सीखने चाहेगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले लोगों को समाजवादी सरकार के इस कार्य से जवाब मिल जाएगा। प्रदेश सरकार के विकास कार्यों पर कोई भी सवाल नहीं उठा सकता। समाजवादी सरकार की हमेशा से जनता को अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश रही है। यूपी 100 प्रणाली आज से 11 जिलों लखनऊ, कानपुर नगर, इलाहाबाद, वाराणसी, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, गोरखपुर, मेरठ, झांसी, रामपुर में शुरू की जा रही है। आगामी 10 दिसम्बर तक इस प्रणाली का लाभ पूरे प्रदेश को मिलने लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने संतुलन बनाकर सभी क्षेत्रों में विकास कार्यों को सम्पादित कराया है। ‘यूपी 100’ प्रणाली शहर और गांव दोनों तरह के इलाकों में प्रभावी पुलिस सहायता उपलब्ध कराएगी। समाजवादी सरकार द्वारा लागू की गई अन्य योजनाओं जैसे ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा, समाजवादी पेंशन योजना आदि भी इसी प्रकार शहरी और ग्रामीण इलाकों में समान रूप से संचालित हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री आलोक रंजन ने कहा कि ‘यूपी 100’ पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बेहतरी के लिए एक बहुत बड़ी पहल है। प्रदेशवासियों को बेहतर सुविधा व सुरक्षा मुहैया कराने की मुख्यमंत्री की सोच के क्रम में ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा, ‘1090’ विमेन पावर लाइन जैसी बड़ी पहल प्रदेश सरकार द्वारा पहले भी की जा चुकी है। इस प्रणाली में मुख्यमंत्री के विजन के अनुसार आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इससे प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होगी और जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
गृह विभाग के सलाहकार श्री वेंकट चेन्गावल्ली ने ‘यूपी 100’ के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी उन्हें दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेशवासियों की सुरक्षा ही इस व्यवस्था का लक्ष्य है। ‘यूपी 100’ की सुविधा शहर-देहात, दिन-रात सभी व्यक्तियों को हर समय उपलब्ध रहेगी। इस प्रणाली के संचालन में 01 रुपए प्रति महीने प्रति व्यक्ति का खर्च आएगा, जो कि सुरक्षा जैसी बड़े सवाल के लिए काफी कम है।
मुख्य सचिव श्री राहुल भटनागर ने कहा कि पुलिस प्रशासन के इतिहास में आज नया अध्याय जुड़ा है। इससे कानून-व्यवस्था में बड़ा सकारात्मक बदलाव आएगा। प्रमुख सचिव गृह श्री देवाशीष पण्डा ने बताया कि ‘यूपी 100’ पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली को 11 महीने की अल्प अवधि में तैयार किया गया है। यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे समुचित समन्वय एवं प्रबन्धन से पूरा किया गया है। इस प्रणाली के उपयोग के लिए प्रदेशवासी मोबाइल या लैण्डलाइन फोन, एस0एम0एस0, एम0एम0एस0, ई-मेल, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकेंगे। शिकायतों के निस्तारण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
पुलिस महानिदेशक श्री जावीद अहमद ने ‘यूपी 100’ को प्रदेश की पुलिस के लिए नायाब तोहफा बताते हुए कहा कि इससे प्रदेश की पुलिस की छवि और कार्यप्रणाली में बड़ा परिवर्तन आएगा। इस व्यवस्था के संचालन के लिए 40 हजार से अधिक पुलिस व अन्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। ‘यूपी 100’ में लगे पुलिस कर्मियों को जनता से अच्छे व्यवहार की टेªनिंग दी गई है। प्रदेश में लगभग 1500 थाने हैं। यह व्यवस्था थानों के अधिकार को समाप्त करने के लिए नहीं बल्कि उनकी सहायता करने के लिए तैयार की गई है। उन्होंने प्रदेशवासियों से ‘यूपी 100’ एप को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि इससे एक मिस्ड काॅल से ही पुलिस को पीड़ित व्यक्ति की लोकेशन मिल जाएगी और सहायता पहुंचाने में आसानी होगी।
अपर पुलिस महानिदेशक यातायात श्री अनिल अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए ‘यूपी 100’ भवन का शिलान्यास आज से ठीक 11 महीने पहले 19 दिसम्बर, 2015 को हुआ था। 11 माह में इस बड़े भवन को सभी तकनीकी जरूरतों को सुविधाओं से लैस करके तैयार किया गया है। ‘यूपी 100’ पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली एक नागरिक केन्द्रित सविधा है। दुनिया में संचालित इस तरह की प्रणालियों की बेस्ट प्रैक्टिसेज़ को अपनाकर ‘यूपी 100’ को विश्वस्तरीय बनाया गया है। यह प्रणाली स्वचालित इलेक्ट्राॅनिक प्रणाली के रूप में काम करेगी। जनता की शिकायत का अभिलेखीकरण बिना पुलिस के हस्तक्षेप के हो जाएगा। इसके शुरू हो जाने से आम जनता को थाने जाने की आवश्यकता लगभग नहीं पड़ेगी।
‘यूपी 100’ के तहत शिकायतों एवं घटनाओं का निस्तारण ‘मानक संचालन प्रक्रिया’ के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए एक बुकलेट तैयार की गई है। इस बुकलेट में 363 तरह की घटनाओं में पुलिसकर्मियों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के बारे में स्पष्ट निर्देश एवं इनकी जिम्मेदारी का उल्लेख किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘यूपी 100’ के तहत 700 पी0आर0वी0 इनोवा वाहनों का इस्तेमाल शहरों में तथा 2500 पी0आर0वी0 बोलेरो वाहनों का इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में घटना स्थल पर शीघ्रता से पहुंचने व पेट्रोलिंग के लिए किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशक यातायात श्री अनिल अग्रवाल एवं ‘यूपी 100’ में कार्यरत संवाद अधिकारियों व प्रेषण अधिकारियों को प्रक्रिया हस्त पुस्तिका, पी0आर0वी0 इनोवा व पी0आर0वी0 बोलेरो वाहनों के पायलेट्स को चाभियां, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम तथा इण्डियन आॅयल के पेट्रो कार्ड तथा पी0आर0वी0 सब कमाण्डर्स को मोबाइल कम्प्यूटर, मोबाइल फोन व मानक संचालन प्रक्रिया बुकलेट प्रदान की। साथ ही, श्री वेंकट चेन्गावल्ली, प्रमुख सचिव गृह श्री देवाशीष पण्डा, पुलिस महानिदेशक श्री जावीद अहमद, अपर पुलिस निदेशक श्री अनिल अग्रवाल सहित ‘यूपी 100’ को मूर्त रूप देने में संलग्न विभिन्न अधिकारियों व संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने पी0आर0वी0 वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय, राज्य सरकार के मंत्रिगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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