नगर निगम कर्मचारी संघ लखनऊ के अध्यक्ष आनंद वर्मा और महामंत्री राम अचल के नेतृत्व में आज 18 सूत्रीय मांगों के निस्तारण को लेकर नगर आयुक्त का घेराव किया गया। नगर आयुक्त को 18 सूत्रीय ज्ञापन देकर मांगों के निस्तारण में हो रही देर पर नाराजगी जताई गई। कुछ देर चर्चा के उपरान्त नगर आयुक्त ने षीघ्र ही मांगों के निस्तारण के लिए वार्ता कराने तथा समास्यो के निदान का आष्वासन दिया। नगर आयुक्त के आष्वासन पर संघ ने घेराव समाप्त करते हुए मांगों की पूर्ति षीघ्र न किये जाने पर आन्दोलन की चेतावनी दी। नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने 18 सूत्रीय मुख्य मांगों के बारे में बताया कि इनमें सुनिष्चित कैरियर प्रोन्नयन, मंहगाई भत्ता, भविश्य निधि, अर्जित अवकाष, कर्मचारी कल्याण कोश एवं अन्य मदों में लम्बित 10 करोड से अधिक की धनराषि से सिर्फ नियमित कर्मचारियों के वेतन भत्तो का भुगतान किया जाना, पारा कर्मचारी आवास योजना एवं नगर निगम की रिक्त पड़ी अतरौली भूमि पर पात्र कर्मचारियों को नो प्राफिट-नो लाॅस पर प्लाट आवंटित किया जाना एवं रेण्ट विभाग द्वारा कर्मचारियों को दिये आवंटन पत्र के अनुसार बाहरी व्यक्तियों से खाली कराकर एवं अन्य आवासीय भूमि को अवमुक्त कर कर्मचारियों को प्रदान कराया जाना, प्रत्येक माह की एक तारीख को ही वेतन भुगतान किया जाना। सेवानिवृत्त दिनांक पर ही कर्मचारियों को भविश्य निधि, अर्जित अवकाष एवं पेंषन का भुगतान किया जाना, भविश्य निधि/ भवन अग्रिम का लेखा जोखा पूर्ण कर अद्यतन किया जाना, दोहरी लेखा प्रणाली की स्थिति अद्यतन किया जाना एवं चिकित्सा परिचर्या नियमावली 2011 के अन्तर्गत चिकित्सा प्रतिपूर्ति/ अग्रिम की पत्रावली का षीघ्र निस्तारण किया जाना।
आन्दोलन कार्यक्रम में गोमती प्रसाद द्विवेदी (संरक्षक), राम अचल (महामंत्री), सै0 कैसर रजा, ओम प्रकाष उप्रेती, मो0 षोएब (उपाध्यक्ष), षमील एखलाक (संगठन मंत्री), हेमन्त कुमार (कोशाध्यक्ष), सतेन्द्र कुमार (प्रचार मंत्री), गुरमीत सिंह, श्रीमती विमला तिवारी, मिर्जा इरषाद बेग (मंत्री),अरविन्द कुमार (रुप), रामचन्दर यादव, श्रीमती रेखा यादव, श्रीमती विजय लक्ष्मी, अर्जुन यादव, षत्रोहन (सदस्य कार्यकारिणी) कर्मचारी उपस्थित थे। पदाधिकारियों ने बताया कि 18 सूत्रीय मांग पत्रों में अन्य मुख्य मांगों में मृतक आश्रित के रूप में विद्यमान नियमों के अन्तर्गत नियुक्ति प्रदान किया जाना । षासनादेष के अनुसार दिनांक 31 दिसम्बर 2001 तक संविदा पर कार्यरत कर्मियों को विनियमितीकरण किया जाना, पूर्व में संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को भी सम्मिलित कर विनियमितीकरण किया जाना एवं अस्थायी/ धारा 108 के अन्तर्गत 15-20 वर्शो से पूर्व नियुक्त कर्मचारियों का विनियमितीकरण किया जाना, प्रत्येक माह की 20 तारीख को पंेषन अदालत में ही पेंषन प्रकरण का निराकरण कराया जाना। पुरानी बीमा पाॅलिसी संख्या 4912 के बीमा दावे का सम्पूर्ण भुगतान भारतीय जीवन बीमा निगम को तत्काल सुनिष्चित कराया जाना एवं नई पाॅलिसी संख्या 20772464 में नये बीमा पाॅलिसीधारक को सम्मिलित किया जाना षामिल है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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