उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार 10 सितम्बर को मा0 जनपद न्यायाधीश श्रीमती सरोज यादव की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय परिसर आगरा में मासिक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से आपराधिक शमनीय वाद आदि से संबंधित मामलों, प्रकरणों एवं अन्य सुलह-समझौते योग्य समस्त मामलों को निस्तारण हेतु सम्मिलित किया गया।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव रवीन्द्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस लोक अदालत में, जिला जज न्यायालय द्वारा 09 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के प्रकीर्ण वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें एफडीआर रिलीज की धनराशि 19 लाख 92 हजार 267 रूपये सम्मिलित है। अपर जिला जज कमला सिंह यादव, विशेष जज अश्विनी कुमार त्रिपाठी, अपर जिला जज सुनील कुमार मिश्रा, विवेक, सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, कृष्ण चन्द्र पाण्डेय एवं कुशपाल द्वारा कुल 11 मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण कर प्रतिकर धनराशि 65 लाख 91 हजार 964 रूपये पीड़ित पक्ष को दिलाई गयी। विशेष जज, आर्थिक अपराध श्री विवेक सिंघल द्वारा विद्युत संबंधी 35 वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य अपर जिला जज न्यायालय द्वारा कुल 71 विभिन्न प्रकृति के मामलों का निस्तारण किया गया। जिसमें दाण्डिक अपील, प्रकीर्ण वाद एवं अन्य वाद सम्मिलित हैं। प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय रमेश सिंह द्वारा 22 अन्य वैवाहिक वादों का निस्तारण किया गया।
विभिन्न मजिस्ट्रेट न्यायालयों द्वारा फौजदारी के कुल 3733 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें जुर्माना मुल्य 1 लाख 86 हजार 550 रूपये बसूल कर सरकारी खजाने में जमा कराये गये। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नितेन्द्र कुमार द्वारा 322 वाद, पूनम त्रिवेदी द्वारा 319 वाद, नितिन पाण्डेय द्वारा 235 वाद, प्रदीप कुमार द्वारा 366 वाद एवं स्पेशल जे0एम ब्रिजेन्द्र मोहन सिन्हा द्वारा 253 वादों का निस्तारण सम्मिलित है। सिविल जज सीनियर डिवीजन कविता मिश्रा द्वारा 05 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें उत्तराधिकार के 01 वाद में धनराशि 3 लाख सम्मिलित है। इसके अतिरिक्त विभिन्न सिविल न्यायालयों द्वारा कुल 20 वादों को निस्तारण किया गया है।
दीवानी न्यायालय में शनिवार को आयोजित मासिक राष्ट्रीय लोक अदालत में नियमित न्यायालयों द्वारा कुल 3919 मामलों का निस्तारण किया गया। जनपद की समस्त तहसीलों में भी मासिक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें राजस्व के 165 वाद एवं फौजदारी के 123 वादों सहित कुल 288 वादों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार शनिवार को आयोजित मासिक राष्ट्रीय लोक अदालत में दीवानी परिसर स्थित न्यायालयों एवं राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 4207 वादों का निस्तारण किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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