उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिये हैं कि बुन्देलखण्ड में हर माह समाजवादी सूखा राहत सामग्री का वितरण मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार कराने हेतु आवश्यक धनराशि की व्यवस्था समय से सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड विगत 03 वर्षों से वर्षा कम होने के कारण प्रभावित है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि वितरित की जाने वाली समाजवादी सूखा राहत सामग्री का निरन्तर अनुश्रवण कर यह सुनिश्चित करायें कि कोई भी पात्र व्यक्ति राहत सामग्री प्राप्त होने से छूटने न पाये। उन्होंने पर्याप्त राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित कराने हेतु भारत सरकार से प्राप्त होने वाली धनराशि का विस्तृत प्रस्ताव भी पुनः भारत सरकार भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आगामी 09 अप्रैल को भारत सरकार ने होने वाली बैठक में भाग लेने हेतु सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारी पूर्ण सूचना के साथ भाग लेना सुनिश्चित करें।
श्री रंजन ने बताया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समस्त जनपदों में विगत वित्तीय वर्ष के लिये 160.88 लाख मानव दिवस सृजन लक्ष्य के सापेक्ष 195.65 लाख मानव दिवस सृजन किये गये हैं, जो उपलब्धि का 122 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में बुन्देलखण्ड के सातों जनपदों में 146.69 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बुन्देलखण्ड के जनपदों में निर्गत स्वच्छ शौचालय, आंगनबाडि़यों के निर्माण, सड़कों के किनारे वृक्षारोपण के कार्य कराये जायेंगे। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 में सूखा प्रभावित जनपदों में 150 दिनों के रोजगार के स्थान पर 200 दिवस रोजगार उपलब्ध कराते हुये मनरेगा योजना के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिये अलग से मजदूरी दर निर्धारित कराने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि सूखाग्रस्त जनपदों में किसानों को विशेष राहत देने के उद्देश्य से प्रमाणित बीजों के वितरण पर किसानों को डी0बी0टी0 के माध्यम से अतिरिक्त अनुदान दिलाया जा रहा है।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश बुन्देलखण्ड के प्रभावित किसानों को दी जा रही सहायता के सम्बन्ध में कृषि, खाद्य एवं रसद, राजस्व विभाग के प्रमुख सचिवों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी की इच्छा के अनुसार बुन्देलखण्ड में समाजवादी राहत सामग्री का वितरण प्रत्येक माह अग्रिम आदेशों तक निरन्तर सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के अन्तर्गत श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराया जाये, ताकि रोजगार के अभाव में किसी भी श्रमिक को बाहर जाने हेतु विवश न होना पड़े।
श्री रंजन ने बताया कि बुन्देलखण्ड में सूखे से किसानों को राहत दिलाने हेतु सूखा सहन करने वाली प्रजातियों विशेषकर दलहनी फसलों में उर्द, मूंग एवं अरहर की प्रजातियों का विस्तार कराये जाने हेतु किसानों को उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में विशेषकर तिल की खेती को बढ़ावा दिये जाने हेतु किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भूजल स्तर की उपलब्धता के आधार पर 06 हजार सोलर पम्पों की स्थापना करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि खरीफ 2016-17 के लिये 93212.60 करोड़ रुपये का फसली ऋण वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुये बुन्देलखण्ड में वर्षा जल संचय हेतु 02 हजार खेत तालाबों का निर्माण कराया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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