केन्द्रीय राज्य रेलमंत्री श्री मनोज सिन्हा ने आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए रेल मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश में स्वीकृत की गई 27000 करोड़ की परियोजनाओं, रेल विकास के माध्यम से यात्री सुविधाओं को विकसित किए जाने को सम्बन्ध में किए जा रहे है कार्य तथा रेल के समक्ष चुनौतियों पर व्यापक रूप से चर्चा की । उन्होंने बताया कि प्रदेश को रेल मंत्रालय द्वारा 2009 से अबतक हो वित्तीय आंवटन को लगभग पांच गुना बढाकर इस वर्ष 4923 करोड़ दिया है।
उन्होंने बताया कि यूपीए शासन काल में रेल निवेश प्रतिवर्ष औसत 48000 करोड़ से बढाकर 1 लाख 29 हजार करोड़ पहुॅचाया गया है। रेलमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय रेल के समक्ष चुनौतियों से निपटने के लिए तथा रेल को आम आदमी को आवश्यकता के अनुरूप बनाने, यात्री सुविधा बढाने तथा रेल को तीव्रगामी बनाने, के लिए तेजी से कदम उठाया है श्री सिन्हा ने बताया कि हमारी योजना 2020 तक यात्रियों की आवश्यकतानुरूप आरक्षण उपलब्ध कराना है। देश के 49 रेल खण्डों जिनमें क्षमता से डेढ़ या दुगना ट्रैफिक का बोझ है उन रेल खण्डों की ट्रैक क्षमता में भारत में वृद्धि करना, नान टिकटिंग रेवन्यू को 4-5 प्रतिशत से बढाकर 20 प्रतिशत तक करने की योजना उदाहरण के रूप में भारत में पार्सल रेवन्यू 2 लाख करोड़ है जिनमें रेल का शेयर कम है उसको बढाना।
रेलराज्यमंत्री ने बताया कि रेल मंत्रालय ने 5 वर्षो का रोडमैप 8.5 लाख करोड़ निवेश का बनाया है। उन्होंने कहा कि 50-60 प्रतिशत रेल दुर्घटना मानवरहित रेलवे क्राॅसिंग के कारण होती है हमारी प्राथमिकता 2020 तक आर0ओ0बी0 (रेल ओवर ब्रिज) आर0यू0बी0 रेल अन्डर ब्रिज बनाकर मानव राहित क्राॅसिंग की समस्या का पूर्ण निदान करना है। रेल राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि मालगाडी समय से गनतव्य पर पहुॅच सके इसके लिए पाईलेट प्रोजेक्ट प्रारम्भ किए गए है तथा 2020 तक डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर संचालित कर मालगाडी का पूर्ण समय बद्ध संचालन सुनिश्चित किया जाने की योजना पर सरकार तेजी से कार्य कर रही है।
श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस वर्ष 57 (आर0ओ0बी0) तथा 125 (आर0 यू0बी0) स्ववीकृत किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष जहां उत्तर प्रदेश के लिए 27000 करोड़ की रेल परियोजनाऐं स्ववीकृत की गई है। जो अभी तक प्रदेश के इतिहास में स्वीकृत योजनाओं में 4 गुना से भी अधिक है। श्री सिन्हा ने बताया कि मोदी सरकार बनने के बाद औसत रेल लाइन निर्माण का कार्य 4.6 किमी0 प्रतिदिन से बढाकर 7 किमी0 प्रतिदिन हम ले गये है। जिसे 13 प्रतिदिन तक योजना का लक्ष्य है।
श्री सिन्हा ने यह भी बताया कि गोमती नगर रेल की स्टेशन देश के सर्वोत्कृष्ट स्टेशन के रूप र्निमित होगा जिसका कार्य भारत सरकार के पी0एस0यू0, एन0वी0सी0सी0 को दिया गया है। श्री सिन्हा ने रेलमंत्रालय द्वारा इस वर्ष स्ववीकृत की रेल परियोजनाओ तथा कार्यों की विस्तृत व्यौरा भी दिया है । श्री सिन्हा ने मेरे प्रश्न के उत्तर मे कहा कौंच-जालौन-औरय्या-फफूद तथा जालौन-भिन्ड का भौगोलिक सर्वे पुराना होने के कारण इस वर्ष सर्वे मे इस मार्ग पर यातायात का आकलन आने के बाद रेल्वे तैयार है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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