उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि माह अक्टूबर, 2016 से प्रदेश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में प्रभावशाली बदलाव आएगा। इससे जहां प्रदेश में उद्योग-धन्धों एवं कृषि कार्य को पर्याप्त बिजली मिलेगी, वहीं राज्य के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र रौशन होंगे। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक विद्युत आपूर्ति के लिए विभाग की संचालित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा किया जाए। साथ ही, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नई परियोजनाओं पर भी काम किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि माह अक्टूबर, 2016 से ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 16 घण्टे, तहसील मुख्यालयों को 20 घण्टे, जनपद मुख्यालयों को 22 घण्टे तथा महानगरों को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होने लगेगी। इसके लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर विद्युत उत्पादन, पारेषण एवं वितरण क्षेत्र में बुनियादी सुविधाआंे का विकास कर रही है। इस वर्ष पारेषण व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 32 विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कराया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि माह जनवरी एवं फरवरी, 2016 में 06 पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों को चालू किया गया। इनमें जनपद प्रतापगढ़ में 220 के0वी0, जनपद सीतापुर के नेरी, जनपद हरदोई के बघौली, जनपद चंदौली के चकिया, जनपद महोबा के पनवाड़ी तथा जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद में क्रमशः 132 के0वी0 के उपकेन्द्र स्थापित किए गए हैं। इससे इन जनपदों के विभिन्न क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन आएगा।
उदाहरण स्वरूप 220 के0वी0 प्रतापगढ़ का उपकेन्द्र बन जाने के फलस्वरूप फूलपुर एवं सुल्तानपुर के 220 के0वी0 के उपकेन्द्रों की अतिभारिता में कमी आएगी तथा जनपद में लो-वोल्टेज की समस्या से निदान मिलेगा। पूर्व में जनपद प्रतापगढ़, फूलपुर और सुल्तानपुर के इन उपकेेन्द्रों से पोषित होता था। इसी प्रकार नेरी में नये उपकेन्द्र की स्थापना से उपकेन्द्र सीतापुर पर भार की कमी आएगी और महोली क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा।
जनपद हरदोई के बघौली में उपकेन्द्र की स्थापना से बघौली, कढ़ाई, माधवगंज आदि क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था में सुधार आएगा और जनपद में पहले से स्थापित हरदोई और सण्डीला उपकेन्द्रों में भार की कमी होगी। इसी प्रकार चकिया, पारेषण उपकेन्द्र के ऊर्जीकृत हो जाने से पिछड़े क्षेत्र चंदौली में लो-वोल्टेज की समस्या का समाधान होगा। पनवाड़ी उपकेन्द्र के शुरू हो जाने से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के महोबा जनपद के सूखा प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति सुदृढ़ होगी तथा कम वोल्टेज से भी निजात मिलेगी।
132 के0वी0 रसूलाबाद पारेषण उपकेन्द्र के ऊर्जीकरण से कन्नौज लोक सभा क्षेत्र के रसूलाबाद, झींझक और कंजीहरी क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति बेहतर होगी तथा 132 के0वी0 डिबियापुर उपकेन्द्र की ओवरलोडिंग मंे कमी आएगी। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार विद्युत विभाग की बुनियादी सुविधाओं से सम्बन्धित परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराने के लिए कटिबद्ध है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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