बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) उत्तर प्रदेश यूनिट के सभी स्तर के जि़म्मेदार पदाधिकारियों व प्रमुख कार्यकर्ताओं की आज यहाँ पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने पार्टी संगठन की तैयारियों, शेष बची कमेेटियों के गठन, सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ावा देने सम्बन्धी मिशनरी कार्य के साथ-साथ प्रदेश की ताज़ा राजनीतिक स्थिति की गहन समीक्षा की।
इस बैठक में सुश्री मायावती जी ने ख़ासकर स्थानीय निकायों के विभिन्न स्तर के चुनाव के अन्र्तगत हाल ही सम्पन्न ब्लाक प्रमुखों के लिये हुये चुनाव की विस्तृत रिपोर्ट पार्टी के जि़म्मेदार लोगों से भी ली।
इस सम्बन्ध में पार्टी प्रमुख को बताया गया कि जि़ला पंचायत अध्यक्ष, ग्राम प्रधान आदि के पिछले चुनाव की तरह ही ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भी सपा के गुण्डों, बदमाशों व उच्च पदों पर बैठे सपा के लोगों ने ख़ूब दबंगई व गुण्डई मचायी एवं फायरिंग व अपहरण आदि भी करवाये। लोगों को कुछ जगह तो नामांकन तक करने से रोका गया और फिर बाकी बचे कसर को सरकारी मशीनरी का घोर दुरूपयोग करते हुये पूरी तरह से इस चुनाव को अपने पक्ष में कर लेने का प्रयास किया।
इस व्यापक चुनावी धांधली के सम्बन्ध में दो-चार घटनाओं को छोड़कर पूरे प्रदेश में कहीं भी प्राथमिकी तक नहीं लिखी गई, जबकि समाचार पत्र आदि इस प्रकार की घटनाओं से भरे पड़े रहे। इस प्रकार प्रशासनिक व पुलिस मशीनरी को सपा के लोगों के आगे नतमस्तक होने को मजबूर कर दिया गया ताकि हर क़ीमत पर यह अप्रत्यक्ष चुनाव जीत कर अपने लगातार गिरते हुये मनोबल को थोड़ा संभाल सकें।
इसके साथ-साथ पार्टी के जि़म्मेदार लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी की प्रगति रिपोर्ट के साथ-साथ उस इलाके़ की दयनीय क़ानून-व्यवस्था एवं विकास सम्बन्धी कार्यों की घोर उपेक्षा की रिपोर्ट भी बैठक में पेश की और इन कारणों से लोगों को हो रही दिक़्क़तों व परेशानियों का उल्लेख करते हुये कहा कि आमजनता के दिन-प्रतिदिन के जीवन को त्रस्त करने वाली घटनाओं का अन्तहीन सिलसिला लगातार जारी है। लोगों का अमन-चैन व सुख-शान्ति से जीना लगातार काफी ज़्यादा मुश्किल होता जा रहा है। वे लोग न्याय से वंचित रखे जा रहे हैं। इस कारण लोगों का जीवन त्रस्त व तनावपूर्ण हो गया है।
तदुपरान्त सुश्री मायावती जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जि़ला पंचायत के सदस्यों के लिये पहले हुये चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने सीधे तौर पर भाग लिया और उसमें बी.एस.पी. को प्रदेश की नम्बर-एक की पार्टी बना कर उभारा था।
परन्तु स्थानीय निकाय के ही तहत् अन्य ‘‘अप्रत्यक्ष चुनाव‘‘ में, जिसमें आमजनता की सीधे भागीदारी नहीं होती है, सपा ने सत्ता व सरकारी मशीनरी एवं आपराधिक तत्वों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करके कुछ संतुष्टि ज़रूर प्राप्त कर ली होगी, लेकिन इससे सपा व सपा सरकार की इमेज और भी ज़्यादा ख़राब हुई है। लोगों की निगाह में सपा नेतृत्व का ग्राफ और भी ज़्यादा गिरा है और यह पुनः साबित हुआ है कि सपा पूरी तरह से गुण्डों, माफियाओं, आपराधिक व सामप्रदायिक तत्वों आदि की रखवाली पार्टी है।
जबकि प्रदेश की जनता यह मानकर चलती है कि इन चुनावों में उनके सही नुमाइन्दे चुनकर जायेंगे, ना कि आपराधिक तत्व आदि, ताकि उनके अपने क्षेत्र की छोटी-छोटी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही समाधान हो जाये।
एक तरफ तो प्रदेश की जनता सपा सरकार की जातिगत नीति व कार्यशैली एवं बदतर क़ानून-व्यवस्था के कारण अराजकता व जंगलराज के माहौल से पहले ही काफी ज़्यादा दुःखी व परेशान है, उस पर से स्थानीय निकायों के चुनाव में इस प्रकार की व्यापक धांधली आदि ने उसे और भी ज़्यादा दुःखी व उद्वेलित कर दिया है।
इतना ही नहीं बल्कि अगले महीने स्थानीय निकाय क्षेत्र से विधान परिषद की 36 सीटों के लिए जो चुनाव होने वाले हैं, उसके लिये सपा के घोषित प्रत्याशियों से भी इस पार्टी की ’’जातिवादी, आपराधिक व पारिवारिक पार्टी होने की छवि’’ को बल मिलता है, जिसकी आलोचना व नकारात्मक चर्चायें जनता में आम हंै। इस प्रकार ऐसे तत्वों का सपा सरकार में हर क्षेत्र में व हर स्तर पर क़ब्ज़ा हो जाने से प्रदेश की क्या दुर्दशा होगी, इसका अन्दाज़ा सहजतापूर्वक लगाया जा सकता है।
अर्थात् इस सपा सरकार के बाक़ी बचे दिनों में प्रदेश की जनता की और भी ज़्यादा बुरे दिन देखने पड़ने वाले हैं। उनका जीवन और भी ज़्यादा दुःखी होने वाला है। अपराध की बाढ़ आ जाने की आशंका से विकास का होने वाला छोटा-मोटा काम भी प्रभावित होने वाला है। सपा राज में ’’गुण्डा टैक्स’’ के नाम से प्रचलित अवैध वसूली आदि में और भी ज़्यादा तेज़ी आ जाने से ख़ासकर व्यापारी वर्ग का जीवन काफी ज़्यादा त्रस्त हो रहा है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि इन विपरीत व कठिन परिस्थितियों के बावजूद बी.एस.पी. के लोगांे को हर स्तर पर पीडि़त लोगांे की यथासम्भव सहायता पहले की तरह जारी रखनी होगी, ताकि पीडि़त लोगों की उम्मीदों पर हमारी पार्टी विपक्ष में रहते हुये भी खरी उतर सके।
साथ ही, अगले माह दिनांक 15 मार्च को बी.एस.पी. मूवमेन्ट के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर होने वाले कार्यक्रम को पूरी तैयारी के साथ मनाने का निर्देंश देते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि बहुजन नायक की इस जयन्ती को, पूर्व की व्यवस्था के तहत् ही, बड़े पैमाने पर सफल बनाना है। उल्लेखनीय है कि इस मौके़ पर पूरे प्रदेश से बड़े पैमाने पर उनके अनुयायी लखनऊ में एकत्र होकर यहाँ वी.वी.आई.पी. रोड में बी.एस.पी. सरकार द्वारा स्थापित भव्य ‘‘मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल‘‘ में उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं।
अन्त में बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी ने चुनावी तैयारियों की भी समीक्षा की और पार्टी के लोगों का आह्वान किया कि वे इस चुनावी वर्ष में पूरी लगन व तन्मयता के साथ बी.एस.पी. मूवमेन्ट के मिशनरी काम में लगंे ताकि सत्ता की मास्टर चाभी प्राप्त करके फिर उसके माध्यम से अपना उद्धार स्वयं करने की क्षमता यहाँ उत्तर प्रदेश में उन्हें पुनः प्राप्त हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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