उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के लक्षित अवशेष कार्यों को आगामी 31 मार्च तक निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने होंगे। उन्होंने कहा कि अवशेष कार्य वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गुणवत्ता के साथ पूर्ण न होने की स्थिति पर सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पूर्व में दिये गये निर्देशानुसार वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ जिला स्तरीय अधिकारियों को भी आगामी माह में गांवों में जाकर रात्रि विश्राम करने के साथ-साथ विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी आम नागरिकों से अवश्य लेनी होगी। उन्होंने कहा कि वह स्वयं तथा कृषि उत्पादन आयुक्त भी प्रदेश के किसी एक जनपद के विकास कार्यों की प्रगति का स्थलीय औचक निरीक्षण करने के साथ-साथ किसी गांव में रात्रि विश्राम भी करेंगे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि लोहिया ग्राम आवास योजनान्तर्गत वर्ष 2015-16 में लक्ष्यों के सापेक्ष लाभार्थी का चयन आगामी 15 जनवरी तक अवश्य सुनिश्चित कर वांछित सूचना उपलब्ध करा दें, ताकि आवश्यक धनराशि समय से अवमुक्त करायी जा सके। उन्होंने प्रदेश के 50 सूखा जनपदों में 100 दिन के स्थान पर 150 दिन का मनरेगा योजनान्तर्गत रोजगार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रोजगार उपलब्ध कराने हेतु जाॅब कार्ड ग्राम स्तर पर कैम्प लगाकर लोगांे के बनवाये जायें, ताकि अधिक से अधिक लोगों को योजनान्तर्गत रोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने मुख्यमंत्री जल बचाव योजना के अन्तर्गत अधिक से अधिक तलाब खुदवाकर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के किसानों को प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही योजनाओं से लाभान्वित कराने के निर्देश देते हुये कहा कि किसी भी जनपद में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 50 प्रतिशत से कम अनुदानित बीज वितरण होने पर सम्बन्धित कृषि अधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों को भी प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी।
मुख्य सचिव आज योजना भवन में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारियों से विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी लेते हुये आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने ग्रामीण पेयजल योजनान्तर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्रत्येक ब्लाॅक में 50-50 नये हैण्डपम्प स्वीकृत किये जाने के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यमुना का जल स्तर कम होने की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये आगरा सहित अन्य जनपदों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही समय से सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश सरकार द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में गरीब एवं निराश्रित लोगों को शीतलहर से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थानों पर अलाव, रैन-बसेरा एवं कम्बलों का वितरण व्यापक रूप से कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी जनपद में शीतलहर से किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई तो सम्बन्धित जनपद के अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा।
श्री रंजन ने वरिष्ठ अधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिये कि तहसील दिवसों अथवा अन्य दिवसों में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय से प्रत्येक दशा में सुनिश्चित होना चाहिये। उन्होंने कुछ जनपदों में विगत तीन माह से लम्बित शिकायतों का निस्तारण न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि ऐसी शिकायतों का निस्तारण आगामी एक सप्ताह के अन्दर कर सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुये सूचना देनी होगी अन्यथा सम्बन्धित अधिकारियों को चिन्हित कर विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ करने के निर्देश निर्गत कर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने में रुचि न लेने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर दण्डित किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के अवशेष तीन माहों में विकास कार्यों में गति लाकर युद्ध स्तर पर अवशेष कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाये तथा गांव-गांव जाकर आम नागरिकों से विकास की गति के बारे में फीडबैक लिया जाये।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि वह जिला अस्पतालों का निरीक्षण कर आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों के साथ-साथ सी0एच0सी0 और पी0एच0सी0 में भी यह सुनिश्चित कराया जाये कि निर्धारित सूची के अनुसार चिन्हित आवश्यक दवायें प्रत्येक दशा में उपलब्ध रहें, ताकि आवश्यकतानुसार इलाज हेतु लोगों को निःशुल्क दवायें उपलब्ध करायी जा सकें। उन्होंने विगत वित्तीय वर्ष की लक्षित अवशेष आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही पूर्ण कराने के निर्देश देते हुये कहा कि यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाये कि आंगनबाड़ी केन्द्र किराये पर संचालित होने की स्थिति पर नवीनतम भवनों का निर्माण तथा संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र भवन जर्जर होने की स्थिति पर उनकी मरम्मत समय से सुनिश्चित हो जाये।
श्री रंजन ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम को प्रदेश के बुन्देलखण्ड सहित अन्य कुल 28 जनपदों में आगामी 01 जनवरी से लागू कर अधिनियम के तहत खाद्यान्न पात्र लाभार्थियों को प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने राजस्व वादों का निस्तारण में और अधिक गति लाकर लम्बित राजस्व वादों का निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि वादों का निस्तारण खराब पाये जाने पर सम्बन्धित पीठासीन अधिकारियों को दण्डित किया जायेगा। उन्होंने पंचायत उद्योग द्वारा प्रदेश के 40 जनपदों मे ंसेनेटरी नेपकिन का उत्पादन कराये जाने के फलस्वरूप अन्य जनपदों में भी सेनेटरी नेपकिन का उत्पादन कराने के निर्देश देते हुये कहा कि सेनेटरी नेपकिन की बिक्री ओपेन मार्केट में भी न्यूनतम दर पर कराने के प्रयास सुनिश्चित किये जायें। उन्होंने कृषण दुर्घटना बीमा योजना तथा आम आदमी बीमा योजना के अन्तर्गत अधिकाधिक पात्र व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिये तथा पात्र लाभार्थियों के खाते में डी0बी0टी0/आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से भुगतान कराने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षित युवाओं को प्रत्येक मण्डल स्तर पर नियुक्ति पत्र वितरण समारोह कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कौशल विकास मिशन के प्रशिक्षण प्रदाताओं केन्द्रों से प्रशिक्षित युवाओं हेतु प्लेसमेंट ड्राइव चलाकर सेवायोजन कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने समाजवादी पेंशन योजना के अन्तर्गत निर्धारित 45 लाख लाभार्थियों के सापेक्ष अभी तक लगभग 41 लाख लाभार्थियों का भुगतान कराये जाने पर घोर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि प्रत्येक दशा में आगामी माह जनवरी, 2016 तक सभी जनपदों के लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि जिन अपात्र लाभार्थियों का पेंशन रोका गया हो, उनके स्थान पर नये लाभार्थियों का चयन नियमानुसार पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुये अध्ययनरत छात्रांे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को विद्यालयों में स्वीकृत अतिरिक्त कक्षा कक्षों का निर्माण आगामी 31 जनवरी तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कराना होंगे। उन्होंने कहा कि जनपद आगरा, फिरोजाबाद, कुशीनगर, मथुरा, फर्रुखाबाद, सुल्तानपुर, बदायूं जनपद के जिलाधिकारियों को विशेष रूप से अपने जनपदों में संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पेयजल सुविधा का कार्य आगामी 31 जनवरी, 2016 तक पूर्ण कराने होंगे। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी निर्माण कार्यदायी संस्थाओं की समीक्षा कर नवीन राजकीय हाईस्कूलों भवनों का निर्माण आगामी 15 जनवरी, 2016 तक पूर्ण कराते हुये यह भी सुनिश्चित करायें कि जिन विद्यालयों में स्वीकृत बालिका छात्रावासों का निर्माण अभी तक प्रारम्भ न हुआ हो, वहां यथाशीघ्र निर्माण कार्य प्रारम्भ कराते हुये बालिका छात्रावासों का निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाये।
वीडियो कान्फ्रेन्सिंग में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रवीर कुमार सहित समस्त विभागों के प्रमुख सचिव एवं सचिव तथा विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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