अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में विगत डेढ़ वर्षों में रिकार्ड गिरावट आयी किन्तु केन्द्र की मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते जिस प्रकार पेट्रोल एवं डीजल के दामों में तमाम अनावश्यक करों को लगाकर वृद्धि की गयी, उससे बढ़ रही भीषण महंगाई में आम जनता की कमर तोड़ने का कार्य किया है, वहीं अब रसोई गैस के भी दाम में भारी बढ़ोत्तरी करके आम जनता की रसोई में चूल्हा जलाने के बजाय उसको बुझाने में अमादा है।
प्रदेश कंाग्रेस के जोनल प्रवक्ता संजय बाजपेयी ने आज जारी बयान में कहा कि जबसे केन्द्र में मोदी सरकार सत्ता में आयी है महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई है। गैस सिलेण्डर के दाम में सब्सिडी वाले प्रति गैस सिलेण्डर के दाम में 62 रूपये और गैर सब्सिडी वाले सिलेण्डर के दाम में 108 रूपये की भारी वृद्धि की गयी और इसके दो दिन बाद एक बार फिर 27रूपये 50 पैसे की बढ़ोत्तरी गैर सब्सिडी वाले गैस सिलेण्डरों में कर दी गयी। एक तरफ जहां मोदी सरकार सब्सिडी छोड़ने के लिए कह रही है वहीं बार-बार मूल्यों में बढ़ोत्तरी करके आम जनता के रसोई के बजट को बिगाड़ने का काम कर रही है। पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने के साथ ही मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं जैसे दलहन, तिलहन एवं सब्जियों के दामों में भारी वृद्धि हुई है जिससे आम जनता में आक्रोश व्याप्त है।
श्री बाजपेयी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर समाजवादी पार्टी ने युवाओं, बेरोजगारों और किसानों से वादा करने के बाद सत्ता में आने पर मुकर गयी वहीं भाजपा केन्द्र में सत्तासीन होने के बाद मंहगाई के मुद्दे पर किये गये अपने वादों से मुकर गयी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सौ दिन में महंगाई कम करने का वादा खोखला साबित हुआ है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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