उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने एक दिन में दस स्थानों पर दस लाख पौधारोपण योजना के अन्तर्गत महोबा-हमीरपुर जिले के दोआब पर स्थित मौदहा बांध (स्वामी ब्रह्मानन्द बांध) में पौधारोपण कर योजना की शुरूआत की। हमीरपुर जनपद के अलावा प्रदेश के 08 अन्य जनपदों सोनभद्र, ललितपुर, मिर्जापुर, लखीमपुर, फर्रुखाबाद, चित्रकूट, गौतमबुद्धनगर और श्रावस्ती के 10 चयनित स्थलों पर कुल मिलाकर 10 लाख से अधिक पौधों का रोपण व वितरण किया जा रहा है, जो एक विश्व रिकार्ड है। राज्य सरकार के इस प्रयास से प्रदेश के हरित क्षेत्र मंे तो बढ़ोत्तरी होगी ही, साथ ही प्रदेश के पर्यावरण में भी सुधार होगा।
पौधारोपण के उपरान्त हमीरपुर जनपद के छानी गांव में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भावी पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण मुहैया कराने के लिए वृक्षारोपण एक पुनीत कार्य है। राज्य सरकार वन सहित सभी प्रकार के प्राकृतिक संसाधनों को बढ़ाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण असंतुलन से किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। इसलिए इसे हर हाल में रोकना होगा। जल और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने के बाद उसको बचाने की भी जिम्मेदारी हम सब की होनी चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि क्लीन यू0पी0, ग्रीन यू0पी0 मिशन के तहत पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने वन और और सिंचाई विभाग के एक दिन में दस लाख पेड़ लगाए जाने के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह विभाग और सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पेंशन योजना की चर्चा करते हुए बताया कि इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। कुल बजट में बुन्देलखण्ड को अधिक पैसा दिया गया है, ताकि एक भी गरीब पेंशन पाने से वंचित न रह जाए। नौकरी तथा स्वरोजगार पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी के लिए भर्तियां की जा रही हैं तथा जो लोग हुनरमन्द हैं, उनको कौशल विकास मिशन के तहत स्वरोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। मिनी डेरी योजना पर उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध विकास के साथ-साथ ग्रामीणों की आमदनी बढ़ेगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे। सूखे की स्थिति पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बुन्देलखण्ड के लिए तिल में सब्सिडी दी थी, जिसका लाभ किसानों को हुआ है। रबी में पानी की कमी को देखते हुए वैकल्पिक उपायों पर विचार किया जा रहा है। यदि जरूरी हुआ तो नई योजना तैयार की जाएगी, जिससे सूखा प्रभावित किसानों का भला हो सके। उन्होंने बुन्देलखण्ड में बागवानी पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में शुरू से ही लैपटाॅप वितरण, समाजवादी स्वास्थ्य सेवा, पावर प्लाण्ट तथा विद्युत सब-स्टेशन लगाने जैसे कार्य हुए हैं।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार सत्ता में आने के बाद से ही लगातार मूलभूत सुविधाओं के विकास के साथ-साथ जन-कल्याणकारी योजनाएं संचालित करने का काम कर रही है, जिससे प्रदेश के सभी क्षेत्रों एवं वर्गांे का समान रूप से विकास हो सके। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने किसानों के हित में कई बड़े निर्णय लिए हैं। उन्हें मुआवजा देने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का भी हल किया गया है, उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि व बेमौसम बारिश से किसानों का नुकसान हुआ है। बुन्देलखण्ड के किसानों का और भी ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड के किसानों की बेहतरी के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। सिंचाई के साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड अभाव ग्रस्त इलाका है। आने वाले समय में ऐसी योजनाओं पर कार्य चल रहा है। जिससे बुन्देलखण्ड में घर-घर बिजली पहुंचेगी। सोलर पावर प्लाण्ट लगाए जाएंगे। युवकों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के गम्भीर प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि में किसानों की फसल नष्ट होने पर राज्य सरकार ने किसानों की आर्थिक सहायता की, जबकि केन्द्र सरकार से मदद प्राप्त नही हुई। अब वर्षा न होने पर सूखा पड़ने की सम्भावना पैदा हो गई है। राज्य सरकार किसानों की मदद के लिए नई योजनाएं बनाएगी।
इसलिए गांव, गरीब और किसानों के विकास के साथ-साथ, कृषि और कृषि से जुड़े व्यवसायों के लिए मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों के लिए मुफ्त सिंचाई की व्यवस्था तथा कर्ज माफ करने के अलावा खाद और अच्छे बीज की समय से उपलब्धता के साथ ही आधुनिक कृषि यंत्रों की खरीद में भी सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध के उत्पादन बढ़ाने के लिए कामधेनु योजना संचालित की गई है। मण्डी को बेहतर बनाए जाने के लिए विशिष्ट मण्डियों का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे किसानों की उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। चिकित्सालयों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि गांव में डाॅक्टर रह कर मरीजों का इलाज करें। उन्होंने कहा कि 40 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि विरोधी लगातार निःशुल्क लैपटाॅप बांटने की योजना पर सवाल खड़े करते थे, लेकिन अब उसी लैपटाॅप से विद्यार्थी सूचनाएं प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना की नकल अन्य प्रदेश भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग की साइकिल सहायता योजना के लाभार्थियों को साइकिल प्रदान की तथा कृषण सहायता योजना के अन्तर्गत कृषि यंत्र वितरित किए। उन्होंने 10 किसानों के आश्रितों को कृषक दुर्घटना बीमा के चेक प्रदान किए। उन्होंने साइकिल यात्रा कर रहे हरि लाल यादव को साइकिल व शाॅल भेंट कर सम्मानित किया तथा हीरा लाल यादव की पुस्तक ‘सलाम सैनिक’ का विमोचन किया।
मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है कि दो लाख छप्पन हजार पौधे एक दिन में एक स्थान पर लगाए जा रहे हैं। ये कार्य क्लीन यू0पी0, ग्रीन यू0पी0 मिशन के तहत कराया जा रहा है। बुन्देलखण्ड में बागवानी के स्कोप को देखते हुए बुन्देलखण्ड बागवानी योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा इसके साथ-साथ बुन्देलखण्ड में बने विभिन्न बांधों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बागवानी, डेरी विकास योजना पर बल देते हुए कहा कि ये योजनाएं बुन्देलखण्ड के लिए वरदान है। इन्हें प्रमुखता से लागू किया जाएगा।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री दीपक सिंघल ने वृक्षारोपण पर चर्चा करते हुए कहा कि जिन वृक्षों का रोपण किया गया है, उनकी सुरक्षा तथा सिंचाई की व्यवस्था की जाए ताकि वृक्ष तैयार हो सके। उन्होंने बताया कि विभिन्न बांधों में 13 प्रोजेक्टों में कार्य चल रहा है तथा जल प्रबन्धन तकनीक विकसित की जा रही है।
इस अवसर पर महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश श्री विजय बहादुर सिंह,
वन मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव एवं राज्य मंत्री श्री तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय व वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला महोबा व हमीरपुर की जनता उपस्थित थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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