भारतीय जनता पार्टी ने बुन्देलखण्ड में अकाल जैसी स्थितियों तथा प्रदेश सरकार की शिथिलता को लेकर गहरी चिंता व्यक्ता की है। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के मुखिया केन्द्र सरकार द्वारा फंड कम करने का आरोप लगाकर प्रदेश की जनता को गुमराह करते है जबकि सच यह है कि केन्द्र सरकार से बुन्देलखण्ड पैकेज में प्राप्त धन का सदुपयोग हुआ होता तो बुन्देलखण्ड की जनता को राहत प्राप्त हुई होती। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 12-13, 13-14, 14-15 के अन्तर्गत केन्द्र सरकार ने उ0प्र0 को 840.20 करोड़ दिया गया इसके पहले वर्ष 2009 में अन्तर मंत्रालय समिति ने बुन्देलखण्ड के लिए उ0प्र0 सरकार को 3506 करोड़ स्वीकृत किये थे। लेकिन आश्चर्य यह है कि बसपा व सपा दोनों सरकारों के दौरान बुन्देलखण्ड के लिए व्यय किये गये धन के बावजूद बुन्देलखण्ड की वस्तुस्थित में कोई परिवर्तन न होना प्रदेश सरकार की नाकामी है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष बुन्देलखण्ड के लिए जारी किये गये 1557.94 करोड़ की धनराशि के 1018.62 करोड़ की उपभोग प्रमाण पत्र भी प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत कर दिया गया। इसके अतिरिक्त बुन्देलखण्ड के विभिन्न जनपदों के लिए प्रदेश सरकार ने 691.50 करोड़ ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर केन्द्र बनाने के लिए अलग से जारी किया गया बावजूद इसके बुन्देलखण्ड की बुनियादी समस्याएं जस की तस बनी है पिछले तीन वर्षो से जलवृष्टि न होने के कारण बुन्देलखण्ड पानी की समस्या से त्राहि-त्राहि कर रहा है। बुन्देलखण्ड के किसानों केा भूमिगत जलश्रोतों केा रिचार्ज करने का तकनीकी जानकारी दिलाना सरकार की प्राथमिकता होना चाहिए थी तथा बुन्देलखण्ड में सिचाई के परम्परागत साधन चन्देल कालीन तालाबों का अतिक्रमण हटाकर उसका पुर्नजीवन वहां के किसानों की समस्या का कुछ हद तक निदान कर सकते थे जिसकी तरफ से सरकार पूरी तरह उदासीन है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि बुन्देलखण्ड की जनता के प्रति अपनी जबावदेही से प्रदेश सरकार बच नहीं सकती।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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