भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रदेश में सूखे कर स्थिति गहराती जा रही है और सत्तारूढ समाजवादी पार्टी की सरकार में किसानों के हिस्से के पानी पर भ्रष्टाचार भारी पड़ा है।
प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सरकार ने सभी नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने का दावा किया था लेकिन ज्यादातर नहरे सूखी ही पड़ी हुई है। सरयू प्रथम की 15 नहरे, शारदा की 170 नहरे, शारदा सहायक की 641 नहरे, बेतवा परियोजना की 14 नहरों समेत अन्य नहरों में भी टेल तक पानी न होने का खामियाजा किसान भुगत रहे है।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सिचाई विभाग पिछले साढे़ 3 वर्षों में नहरों की सफाई और टेल तक पानी पहुंचाने के नाम पर 1000 करोड़ से अधिक खर्च कर चुका है। लेकिन किसानों को कोई राहत नहीं पहुंची है, यह सिचाई विभाग का भ्रष्टाचार ही है कि चित्रकूट जिले की राजपुर कैनाल समेत बुन्देलखण्ड की सभी प्रमुख नहर किसानों को सिचाई के लिए पानी देने में विफल साबित हो रही है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि यही हाल बांधों का भी है। समय से देखरेख न होने से बांधो पर सिल्ट जमा हो गयी है और पानी धारण क्षमता कम होने के कारण चित्रकूट मण्डल के रसिन, गंगऊ, बरियापुर, रनगवां, अर्जुन बांध, जैसे तमाम बांध भी सिचाई के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सपा सरकार हर वर्ष इन बांधो की रखरखाव के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है। लेकिन इनके जमीन पर नही दिखाई पड़ रहे है। अगर किसानों को सिचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है तो इस मद का पैसा सरकार कहां खर्च रही है। सिचाई के नाम पर नहरों और बांधो की रखरखाव पर पिछले 3 वर्षो में जमकर घोटाला हुआ है।
प्रदेश प्रवक्ता ने मांग करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश की नहरों और बांधो की स्थिति और उनके रखरखाव में हुए खर्च पर एक स्वेतपत्र जारी करे ताकि जनता को विश्वास हो सके कि किसान तक सिचाई के नाम पर पानी पहुंचाने के नाम पर सपा सरकार ने किसी प्रकार का घोटाला नहीं किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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