भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में भूगर्भ जलस्तर की भारी गिरावट को लेकर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे प्रदेश में औसत आधे से भी कम जल वृष्टि के कारण और लगातार वनसम्पदा के दोहन से उत्तर प्रदेश में भू-जल स्तर में आई गिरावट बेहद भयावह हैं।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भू-जल स्तर में निरन्तर गिरावट प्रदेश के आम नागरिकों को पीने के पानी तथा किसानों के समक्ष फसलों की सिचाई को लेकर उत्पन्न होने वाली समस्या के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह बेखबर है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ में प्राप्त भू-जल के सन्दर्भ में प्रकाशित आंकडे़ चैकाने वाले हैं 2006 में जहां में 35 मी0 भू-जल स्तर लगभग 25 मी था अब घटकर 35 मीटर आ गया। पिछले 10 वर्षो में यह गिरवाट लगभग 10 मीटर की हैं जों बेहद चिन्ताजनक है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि राजधानी में जहां 10-15 वर्ष पहले 8 से 10 मीटर गहराई में भू-जल उपलब्ध अब 35 से 40 मी तक नीचे भू-जल उपलब्ध हो पाता है।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि कमोवेश यही स्थितियंा ग्रामीण क्षेत्रों की है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार को प्रदेश के आम जनता व किसानों के समक्ष सिचाई के पानी को लेकर आने वाली समस्या के निदान हेतु कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए जिसको लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह उदासीन है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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