समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्रचौधरी ने विज्ञप्ति के माध्यम से कहा उत्तर प्रदेश में इन दिनों हो रही पुलिस भर्ती में जबरदस्त अनियमितताएं हो रही हैं। चयन में कुछ जातियों के प्रति पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। प्रदेश की बसपा सरकार के इशारे पर नौजवानों की भर्ती के दौरान शरीर मापन में मनमानी बरती जा रही है। इसका उद्देश्य भर्ती की जॉच प्रक्रिया में अपूर्णता के बहाने नौजवानों को पहले ही चयन से बाहर कर देने का है। नौजवानों में इससे क्षोभ है। उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।
बसपा सरकार की नई भर्ती का हाल यह है कि जॉच के लिए नौजवानोें को सुबह से रात तक बिठाया जाता है और आधीरात के बाद तक नाप जोख की जाती है। मापन मनमाने तरीके से होतो है।
सरकारी कामकाज में बसपा सरकार का शुरू से ही पक्षपातपूर्ण व्यवहार दिखाई देता रहा है। श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमन्त्रित्वकाल में 20 हजार नौजवानों की पुलिस पीएसी में भर्ती की गई थी। इनमें पिछड़े वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के नौजवानों की समुचित तादात थी। मुख्यमन्त्री मायावती ने सत्ता में आते ही 18 हजार नौजवानों को बखाZस्तकर दिया। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद उन्हेें राहत मिली यद्यपि इस सरकार ने उसमें भी काफी हीलाहवाली और देरी की। समाजवादी पार्टी का मानना है कि नौजवानों के साथ शासन-प्रशासन का रवैया निहायत अमानवीय ओर निन्दनीय है। नौजवानों को रोजगार से वंचित करना और उनके साथ पक्षपात का व्यवहार करना लोकतन्त्र की भावना की अवमानना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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