समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि समाजवाद, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध समाजवादी पार्टी की सरकार के ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में, शासन सत्ता में साढ़े तीन साल पूरे हो रहे हैं। प्रदेश के लिए ये साढ़े तीन साल परिवर्तन के साथ नई उम्मीदों के भी रहे हैं। 21 करोड़ की आबादी वाले इस प्रदेश में पहली बार विकास की नई धारा बही है और जनजीवन को नई हवा में सांस लेने का अवसर मिला है। वादो को निभाने और जो कहा उसे पूरा करने का काम भी इस सरकार ने पूरी शिद्दत से किया है।
जब युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सत्ता सम्हाली थी तो उन्हें विरासत में खाली खजाना, पंगु प्रशासनतंत्र और ऐसी व्यवस्था मिली थी जिसका पहला और अंतिम उद्देश्य लूट करना और मोटे कमीशन के नए-नए स्रोतो की खोज करना था। तत्कालीन बसपा सरकार में व्यक्ति की गरिमा और स्वतंत्रता के कोई मायने नहीं थे। तब मुख्यमंत्री के इर्द गिर्द पहरा था और दलित की बेटी के सामने किसी दलित के पड़ने की भी मनाही थी। जनता ने सत्ता परिवर्तन किया। समाजवादी सरकार बनी और प्रशासन और समाज जिन जंजीरो में बंधा कराह रहा था उन्हें एक-एक कर तोड़ दिया गया। लोगों को खुली हवा का नया एहसास हुआ।
समाजवादी सरकार ने साढ़े तीन सालों में विकास के नए एजेण्डा को धारदार बनाने का काम किया। चारों तरफ जनहित की योजनाओं पर काम शुरू हुआ और सड़क,बिजली, पानी के क्षेत्रों में नए कामों के साथ मुफ्त दवा, पढ़ाई की भी शुरूआत हुई। किसान का कर्ज माफ हुआ। वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित करने के साथ गांव और किसानों के लिए 75 प्रतिशत बजट का हिस्सा रखा गया। आगरा-आगरा एक्सप्रेस वे के साथ किसानों के लिए मंडी स्थल भी बन रहे हैं। गम्भीर बीमारियों की मुफ्त इलाज की सुविधाएं मिलीं। नौजवानों, अल्पसंख्यको, महिलाओं और कामगारों के लिए नए अवसर सृजित हुए। महत्वाकांक्षी मेट्रो परियोजना के साथ 45 लाख परिवारों के लिए समाजवादी पेंशन योजना की भी शुरूआत हुई। लैपटाप, कन्याधन, ई रिक्शा वितरण और मृत वकीलों के आश्रितों को मदद जैसी योजनाएं लागू की गई है।
प्रदेश में उद्यमों को संरक्षण देने की नीति के तहत पूंजी निवेश के लिए मुख्यमंत्री जी ने स्वयं निवेशक सम्मेलनों में शिरकत की और प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए पूंजीघरानों केा आमंत्रण दिया। अभी पिछले दिनों मुम्बई में उनके समक्ष 50 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा के निवेश समझौते हुए जिनसे लगभग 3 लाख लोगों को रेाजगार मिलेगा। इससे पूर्व आगरा समिट में भी निवेश समझौते हुए। यही नहीं अपनी विदेश यात्राओं में भी मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के विकास में बाहरी सहयोग पर चर्चा की।
समाजवादी सरकार में कानून व्यवस्था पूर्णतया नियंत्रण में रही है। वर्ष 2013 में इलाहाबाद में कुम्भ पर्व पर, जिसमें करोड़ो श्रद्धालु भाग लते है, ऐसी सुचारू व्यवस्था की गई कि उसका अध्ययन करने विदेशों तक से शोधार्थी आए। हार्बर्ड यूनिवसिटी के साउथ एरिया इंस्टीट्यूट ने तो इस पर 447 पृष्ठो की एक बृहत पुस्तक प्रकाशित की। इस सम्बन्ध में उल्लेखनीय है कि भाजपा के 73 साॅसद और केन्द्र सरकार में एक दर्जन मंत्री होने के बावजूद प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने स्वयं संसाधन जुटाकर आपदाग्रस्त किसानो को मदद दी, 108 एम्बूलेंस सेवा चलाई।
विडंबना है कि समाजवादी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करना कुछ राजनीतिक दलों का व्यवसाय बन गया है। जनता ने जिन दलों का तिरस्कार किया वे बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी कर विकास से ध्यान बंटाने और प्रदेश की जनता को अपमानित करने का काम कर रहे हैं। देश की राजनीति में शुचिता और संवेदनशीलता की कमी आना लोकतंत्र के लिए स्वस्थ स्थिति नहीं है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों पर कठोर नियंत्रण कर सामाजिक सद्भाव को कहीं प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होने प्रदेश में प्रगति और सौहार्द का वातावरण बनाया है और प्रदेश को साढ़े तीन साल में जिस मंजिल पहुॅचाया है उससे सीख लेनी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com