उत्तर प्रदेश विधिसम्मत मानवीय त्रासदी की ओर बढ़ रहा है। शासन और प्रशासन द्वारा विधिसम्मत पैरवी न किये जाने तथा शिक्षा मित्रों का पक्ष माननीय उच्च न्यायालय में कमजोर तरीके से रखने पर जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में यह गंभीर मानवीय संकट खड़ा हो गया है उससे यह बात स्पष्ट होती है कि उत्तर प्रदेश की सरकार युवाओं को रोजगार देने में गंभीर रूप से असफल साबित हो रही है तथा उ0प्र0 का नौजवान, वर्तमान युवा मुख्यमंत्री की सरकार से गंभीर रूप से निराश एवं हताश है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने आज जारी बयान में कहा कि जिस प्रकार विगत तीन वर्षों में रोजगार के सारे अवसर न्यायिक प्रक्रिया में फंस रहे हैं उससे साबित होता है कि उ0प्र0 की समाजवादी सरकार पारदर्शी एवं विधि सम्मत नीति बनाने में असफल साबित हो रही है तथा सारे अवसरों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रही है। चाहे वह पुलिस भर्ती हो या गणित एवं विज्ञान के सहायक अध्यापकों की भर्ती हो, चाहे ग्राम्य विकास अधिकारियों की भर्ती हो या अन्य किसी प्रकार की भर्तियां हों, सारे के सारे रोजगार के अवसर कानूनी दांवपेंच एवं भ्रष्टाचार में फंसकर रह गये हैं।
प्रवक्ता ने मांग की है कि लाखों शिक्षामित्रों का विधिसम्मत समायोजन जल्द से जल्द हो। शिक्षा मित्रों से अपील करते हुए कहा कि वह हताश एवं निराश न हों, कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 निर्मल खत्री के नेतृत्व में उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ी है और हर विधिसम्मत संघर्ष में उनके साथ है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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