इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का अट्ठाइसवाँ दीक्षान्त समारोह शनिवार 08 अगस्त 2015 को सम्पन्न हुआ। मुख्य समारोह इग्नू मुख्यालय मैदानगढ़ी, नई दिल्ली में आयोजित हुआ जहाँ प्रो0 हरि गौतम मुख्य अतिथि थे और उन्होने दीक्षान्त भाषण दिया। प्रो0 डी0पी0 सिंह, भूतपूर्व कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ सम्मानित अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इसी तारतम्य में 52 क्षेत्रीय केन्द्रों पर साथ-साथ दीक्षान्त समारोह आयोजित किया गया जहाँ पर परास्नातक एवं स्नातक स्तर के व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी।
लखनऊ मंे यह कार्यक्रम नेशनल पी0जी0 कालेज के सभागार में आयोजित किया गया। जहाँ पर 2665 अर्ह अभ्यर्थियों में से 495 विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी। क्षेत्रीय केन्द्र के समारोह में प्रो0 एस0बी0 निमसे, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ सम्मानित अतिथि थे, जिन्होने लखनऊ क्षेत्रीय केन्द्र के पांच छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किये।
डाॅ0 मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक ने अपने स्वागत भाषण में भारत जैसे विशाल देश के लिए दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा की आवश्यकताओं तथा महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के द्वारा किये जा रहे इस क्षेत्र में विकास के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने बताया कि इग्नू विश्व के विशालतम शैक्षणिक संस्था के रूप में जानी जाती है तथा अपने उत्कृष्ट दूरस्थ शिक्षा सामग्री हेतु काॅमन वेल्थ लर्निंग द्वारा इसे उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया। यूनेस्को द्वारा भी विश्व की सबसे बड़ी संस्था घोषित किया गया है एवं आज 228 अकादमिक कार्यक्रमों के माध्यम से तीस लाख से अधिक विद्यार्थी उच्च शिक्षा आकांक्षाओं को पूर्ण कर रहा है। डाॅ0 सिंह ने पिछले एक वर्ष से की जा रही इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के प्रयासों का वृत्तान्त प्रस्तुत किया जिसका उद्देश्य महिला शिक्षा सक सशक्तीकरणं, ग्रामीण एवं सुविधावंचित क्षेत्रों में उच्च शिक्षा का प्रवाह, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों तथा कारागारों के बन्दियों को उच्च शिक्षा से जोड़ना है। क्षेत्रीय निदेशक ने यह भी बताया कि अनेक विभागों के सेवारत् कर्मचारियों के कौशल अभिवृद्धि हेतु इग्नू व्यवसायिक कार्यक्रमों का संचालन भी कर रहा है और सेवारत कर्मचारियोें को इस तरह के कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा निरन्तर किया जा रहा है।
अपनी वरीयता बताते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इग्नू 18 से 24 वर्ष के युवा छात्रों को भी अनेक रोजगारपरक, स्किल सम्बन्धित एवं ज्ञान मूल्य संवर्धन कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास करेगी तथा सभी शैक्षणिक रूप से पिछ़ड़े हुए क्षेत्रों में शिक्षा के प्रचार हेतु विशेष अभियान प्रारम्भ किया जायेगा जिससे इन क्षेत्रों में निवास कर रहे व्यक्तियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उनके घर द्वार पर प्राप्त हो सके।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ0 एस0पी0 सिंह, प्राचार्य, नेशनल पी0जी0 कालेज भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे तथा उन्होने भी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों का मनोबल बढ़ाया। श्री सिंह ने अपने उद्बोधन में यह कहा कि इग्नू अपनी उत्कृष्ट पाठ्य सामग्री के माध्यम से सारभौमिक रूप से ज्ञान
समाज के हर वर्ग एवं भौगोलिक रूप से सुदूर क्षेत्रों में असीम छात्रों तक पहुँचाने की क्षमता रखता है। यह इसी विश्वविद्यालय की विशेषता है कि उन व्यक्तियों को उच्चतर शिक्षा सुलभता से उपलब्ध करायी जा सकती है जिन्होने पारम्परिक शिक्षा ग्रहण न की हो।
समारोह के सम्मानित अतिथि प्रो0 एस0बी0 निमसे ने अपने दीक्षान्त भाषण में उपाधि एवं स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् विद्यार्थियों के पास रोजगार एवं उद्यम के अनेक अवसर प्राप्त होंगे परन्तु साथ साथ नई चुनौतियां तथा सामाजिक एवं आर्थिक जटिलतायें भी आयंेगी जिनका समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान तथा अनुभव के आधार पर करना होगा। प्रो0 निमसे ने अपने संदेश में युवा छात्रों से कहा कि जब वह इस अर्जित ज्ञान के माध्यम से सेवा के क्षेत्र में आयेंगे तो उन्हें अपनी कौशल दक्षता, ज्ञान एवं सकारात्मक सोच से परिवार, समाज एवं देश का चहुमुखी विकास करना होगा एवं उन्हें अपने सुदृढ़ व्यक्तित्व का निमार्ण करना चाहिए जिससे उनके कार्यक्षेत्र में उन्हें सफलता मिल सके। सेवारत् विद्यार्थियों को प्रो0 निमसे ने यह सन्देश दिया कि सेवाकाल में रहते हुए इग्नू के माध्यम से जो ज्ञान एवं कौशल अर्जित किया है उसका प्रयोग उन्हें अपनी सेवा क्षेत्र में करना चाहिए जिससे समाज का कल्याण हो सके एंव उनकी स्वयं की सेवा कुशलता में बढ़ोत्तरी हो सके।
इस समारोह में क्षेत्रीय केन्द्र स्तर पर छात्रों को जिन्होने अपने कार्यक्रम में देश भर में सर्वोच्च अंक अर्जित किये हैं उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ से पांच छात्रों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया जिसमें दो महिला विद्यार्थी थीं। इग्नू के लोकप्रिय कार्यक्रम बी0एड0 का स्वर्ण पदक सुश्री विधि शर्मा को प्रदान किया गया जिन्होने अपना अध्ययन बरेली स्थित अध्ययन केन्द्र से किया था। श्री जितेन्द्र कुमार को फलों एवं सब्जियों से मूल्य संवर्धित उत्पाद मेें डिप्लोमा कार्यक्रम में स्वर्ण पदक प्रदान किया गया जिन्होने अपना अध्ययन ग्रामीण क्षेत्र में स्थित इग्नू अध्ययन केन्द्र कृषि विज्ञान केन्द्र, धौरा उन्नाव से किया था। श्री रवीन्द्र सिंह को इतिहास में एम0ए0 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए स्वर्ण पदक दिया गया। श्री अंकित वर्मा रिटेलिंग में बी0बी0ए0 हेतु स्वर्ण पदक प्रदान किया गया एवं सुश्री श्वेता द्विवेदी को अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम में भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
इस दीक्षान्त समारोह में इग्नू ने कुछ स्कूली बच्चों को भी आमन्त्रित किया था जिन्होने दीक्षान्त समारोह को देखा तथा स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्राप्त छात्रों से प्रेरणा ली। इन बच्चों ने विश्वविद्यालय से उपाधि प्राप्त छात्रों के लिए एक सुन्दर भजन भी प्रस्तुत किया।
इस दीक्षांत समारोह में क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के 4,740 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई, जिसमें से 1074 विद्यार्थी परास्नातक कार्यक्रमों में पंजीकृत हैं, 2310 विद्यार्थी स्नातक स्तर के कार्यक्रम, 309 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र कार्यक्रमों एवं 1046 विद्यार्थियों को विभिन्न डिप्लोमा कार्यक्रमों में उत्तीर्ण करने हेतु प्रदान की गयी। इन विद्यार्थियों ने दिसम्बर 2013 एवं जून 2014 की परीक्षाओं को उत्तीर्ण किया है।
कार्यक्रम में इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी, इग्नू अध्ययन केन्द्र के समन्वयक तथा कार्यक्रम प्रभारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे तथा अन्त में डाॅ0 अश्विनी कुमार उपनिदेशक ने सभी छात्रों, अतिथियों एवं मीडियाकर्मियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
(अंशुमान उपाध्याय, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, मो0: 8765681698)
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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