जालौन उरई। दैनिक समाचार पत्र लखनऊ की झाँसी संवाददाता व श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की सदस्या श्रीमती रजनी वर्मा के पति व परिवार सदस्यों पर झाँसी नवाबाद पुलिस दुवारा फर्जी एफ आई आर कर जेल भेज दिया था. सन 2006 में संजय वर्मा छोटे भाई अजय वर्मा की हत्या सरदार सिंह गुर्जर एवं उसके साथियेां ने की थी जिसका मुकदमा कोतवाली में अपराध संख्या 1463/2006 धारा 302, 147, 148, 149, 307 आई0पी0सी0 के अन्तर्गत दर्ज किया गया था। उपरोक्त प्रकरण में न्यायालय द्वारा उपरोक्त अभियुक्त सरदार सिंह गुर्जर व उसके साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी। इस प्रकरण शासकीय अपील माननीय उच्च न्यायालय में लम्बित है सजा के उपरान्त सरदार सिंह गुर्जर पुलिस अभिरक्षा से भाग गया था जिस पर माननीय उच्च न्यायालय ने अपर पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था व अपर पुलिस अधिकारियों को अभियुक्त सरदार सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किये जाने हेतु सख्त आदेश पारित किये थे। बार-बार उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद भी यू0पी0 पुलिस सरदार सिंह को गिरफ्तार नहीं कर सकी तो माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने सख्त आदेश पारित किया एवं पुलिस अधिकारियों को माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष उपस्थित होकर गिरफ्तारी हेतु समय मांगना पड़ा इस दरम्यान उ0प्र0 शासन ने ढाई लाख रूपये का इनाम एवं म0प्र0 शासन ने भी पचास हजार रूपये का इनाम सरदार सिंह गुर्जर के ऊपर घोषित किया।माननीय उच्च न्यायालय के कड़े रूख के चलते प्रशासन संजय वर्मा के विरूद्ध हो गया एवं संजय वर्मा द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में की कार्यवाही के चलते पुलिस प्रशासन को काफी शर्मिन्दगी उठानी पड़ी जिसका बदला लेने की नियत से पुलिस प्रशासन ने जानबूझ कर संजय वर्मा व उसके परिवार को अपराध संख्या 0482/15 पर धारा 302, 120बी, 467, 468, 471, 419, 420 आई0पी0सी0 थाना नवाबाद झांसी के प्रकरण में झूठा फसाकर गिरफ्तार कर लिया । इतना ही नहीअब पुलिस संजय वर्मा पर गैंगिस्टर लगाने की तयारी कर रही है।
ऐसे में बुंदेलखंड के हर जिले में व्यापारियों ,अधिवक्ताओ ,समाजसेवी दुवारा विरोध जारी है। महिला पत्रकार के पति फर्जी एफ आई आर के विरोध में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की जालौन इकाई ने जिला अध्यक्ष श्रीकांत शर्मा के नेतृत्व जिला अधिकारी राम गणेश मुख्यमंत्री (उ0प्र0) संवोधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन में पत्रकारों ने उपरोक्त प्रकरण में मृतिका महिला प्रियंका के परिवारीजनों पर दबाव बनाकर एवं जमीन व रूपयों पैसों के लालच में षंडयन्त्र करके संजय वर्मा को सबक सिखाने कि नियत से उनको और उनके परिवार को झूठे आरोप लगाते हुए फर्जी मुकदमा कायम कर फसा दिया । उपरोक्त प्रकरण में निष्पक्ष सी0बी0 सी0आई0डी0 द्वारा जांच कराये जाने की मांग की।