धान खरीफ की प्रमुख फसल है वर्तमान समय में न्यून से मध्यम स्तर पर पत्ती लपेटक कीट का प्रकोप दिखाई दे रहा है। इस कीट की सूडि़या प्रारम्भ में पीले रंग की तथा बाद में हरे रंग की हो जाती है जो पत्तियों को लम्बाई में मोड़कर अन्दर से हरे भाग को खुरचकर खाती है जिससे प्रभावित पत्ती सफेद रंग की दिखाई देती है।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी डा0 नरेन्द्र प्रताप मल्ल ने इस आशय की जानकारी आज यहां दी। उन्होने किसान भाइयों को सलाह दी है कि अपने खेत की नियमित निगरानी करे, तथा इस कीट के नियंत्रण हेतु क्लोरपाइरीफाॅस 20 प्रति ई0सी0 1.5 लीटर, मोनोक्रोटोफाॅस 36 प्रतिशत एस0एल0 1.25लीटर, क्यूनालफाॅस 25 प्रतिशम ई0सी0 1.5 लीटर, ट्राईजोफाॅस 40 प्रतिशत ई0सी0 1.25 लीटर, कारटाप हाइड्रोक्लोराइड 50 प्रतिशत एस0पी0 1 किग्रा तथा डाइक्लोरोवाॅस 76 प्रतिशत ई0सी06.25 मिली रसायनों मे से किसी एक रसायन की संस्तुति मात्रा प्रति हेक्टयर लगभग 500-600 लीटर पानी मे घोलकर छिडकाव करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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