मध्य वायु कमान के एयर आॅफीसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्षल कुलवंत सिंह गिल ने अपने दो-दिवसीय 15 व 16 जुलाई वार्शिक निरीक्षण दौरे पर वायु सेना स्टेषन बरेेली पहुॅंचे। उनके साथ क्षेत्रीय वायु सेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्षा श्रीमती रंजीत गिल भी थीं।
एयर आॅफीसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्षल कुलवंत सिंह गिल तथा श्रीमती रंजीत गिल के वायु सेना स्टेषन बरेली पहुॅंचने पर स्टेषन के एयर आॅफीसर कमांडिंग एयर कमोेडोर जीतेन्द्र मिश्रा, वीएसएम तथा स्थानीय वायु सेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्षा श्रीमती वत्सला मिश्रा ने उनका गर्मजोषी के साथ स्वागत किया। इस दौरान एयर मार्षल गिल ने स्टेषन में आयोजित एक भव्य रस्मी परेड का निरीक्षण किया तथा वहाॅं पर मौजूद वरिश्ठ वायु सैन्यधिकारियों से रूबरू हुए।
अपने दो दिवसीय इस दौरे के दौरान एयर मार्षल गिल ने वायु सेना स्टेषन के विभिन्न इकाईयों एवं अनुभागों का निरीक्षण किया तथा वरिश्ठ वायु सैन्य अधिकारियों से मिले। इन्होंने एयर बेस आॅपरेषनल, तकनीकी एवं प्रषासनिक तैयारियों का मुआयना किया। निरीक्षण के दोैरान एयर बेस के मेकेनिकल ट्ांस्पोर्ट को भी प्रदर्षित किया गया था। एयर मार्षल गिल ने स्क्वाड्न के कमान अधिकारी के साथ एसयू-30 एमके आई में उड़ान भर आॅपरेषनल गतिविधियों का भी जायजा लिया।
इस अवसर पर एयरमेन मेस में आयोजित एक बड़ाखाना के दौरान एयर मार्षल गिल ने वहाॅं पर मौजूद वायु सैनिकों से मिले। इस दौरान एयर मार्षल गिल ने फुटबाॅल मैच भी देखा तथा इंटर-यूनिट स्पोर्ट्स मीट का उद्घाटन किया। दौरे के अंत में आज एयर मार्षल कुलवंत सिंह गिल ने होलो स्क्वायर में उपस्थित स्टेषन के समस्त वायु सैन्यकर्मियों को संबोधित किया।
दूसरी ओर क्षेत्रीय वायु सेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्षा श्रीमती रंजीत गिल ने स्टेषन में अफवा द्वारा बच्चों के लिए संचालित एक नवीनीकृत स्कूल भवन ‘उम्मीद’ का उद्घाटन किया। श्रीमती गिल ने एक प्ले-स्कूल ‘अंकुर’ का भी दौरा किया जहाॅं वे स्कूल के नन्हें-मुन्ने बच्चों से रूबरू हुई। इस दौरान स्टेषन में आयोजित चायपान के दौरान श्रीमती गिल ने स्टेषन के वायु सैन्य परिवारों से मिलीं। इस दौरे के दौरान श्रीमती रंजीत गिल ने स्टेषन मेडिकेयर सेन्टर का भी मुआयना किया तथा वहाॅं मरीजों को उपहार भेंट की। श्रीमती गिल ने विकलांग बच्चों को व्हीलचेयर भी भेंट किया तथा वीर नारियों से मिलीं।
एयर मार्षल कुलवंत सिंह ने गत् 01 अगस्त 2014 को मध्य वायु कमान के एयर आॅफीसर कमांडिंग-इन-चीफ का कार्यभार संभाला था। इन्होंने दिसंबर 1977 में भारतीय वायु सेना के फलाइंग ब्रांच मंे कमीषन प्राप्त की थी। अपने 37 वर्शो के लंबे सेवाकाल में एयर मार्षल गिल ने वायु सेना के अनुदेषकीय, निदेषकीय एवं कमान नियुक्तियों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। एयर मार्षल गिल प्रतिनियुक्ति पर अंटार्कटिका गये जहाॅं वे 7वें एवं 8वें अंटार्कटिका साहसिक अभियान के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके अतिरिक्त इन्होंने एक गनषिप यूनिट सहित उत्तरी क्षेत्र में सर्वोच्च ऊॅंचाई पर स्थित एक एयर बेस की कमान संभाली। एयर मार्षल गिल कांगो में संयुक्त राश्ट् मिषन के प्रथम टुकड़ी के कमांडर के साथ-साथ पूर्वी वायु कमान के वरिश्ठ प्रषासनिक अधिकारी तथा प्रतिश्ठित राश्ट्ीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
एयर मार्षल गिल को अंटार्कटिका साहसिक अभियान के दौरान किये गये असाधारण योगदान के लिए वीरता पदक ‘वायु सेना मेडल’ तथा कांगो में संयुक्त राश्ट् मिषन में उत्कृश्ट योगदान के लिए ‘युद्ध सेवा मेडल’ से अलंकृत किया जा चुका है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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