रेलयात्री डाॅट इन (त्ंपसल्ंजतपण्पद) ने आज अपने ऐंड्राॅइड ऐप पर ’ट्रिप शेयरिंग’ के फीचर को जोड़ने की घोषणा की। यह फीचर रेल यात्रियों को यह सुविधा देता है कि वे रेल में सफर करते समय अपने परिजनों व मित्रों से अपनी स्थिति को साझा कर सकें। सिर्फ 2 क्लिक में आप अपनी यात्रा का पूरा विवरण अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकेंगे, जो रियल टाइम में यह जान पाएंगे कि ट्रेन में आपका सफर किस प्रकार आगे बढ़ रहा है।
रेलयात्री के अनुसार प्रयोक्ताओं की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही है। लांच के बाद महज एक हफ्ते के भीतर हर रोज कई हजार प्रयोक्ता इस ’ट्रिप शेयरिंग’ फीचर से लाभान्वित हो रहे हैं। कई हजार यात्राएं रोजाना इसमें जुड़ रही हैं और लोग अपने सफर को अपने प्रियजनों के साथ साझा कर रहे हैं क्योंकि अपनी यात्रा की स्थिति को साझा करने का यह सबसे सुविधाजनक व तेज तरीका है। सोने पर सुहागा वाली बात यह है कि अगर आपके फोन की बैट्री खत्म भी हो जाती है तब भी आपके मित्र आपके सफर की स्थिति के बारे में जान सकते हैं और इस तरह आपके दोस्त रेलयात्री के द्वारा आपके सफर पर निगाह रखते हुए स्टेशन पर आपकी आगवानी के लिए पहुंच सकते हैं।
अपने मित्रों को अपनी यात्रा के बारे में बताने के सबसे तेज माध्यम के अलावा केवल 2 क्लिक में आप व्हाॅट्सऐप जैसे मशहूर मैसेंजर ऐप पर अपनी पूरी यात्रा के विवरण को पोस्ट कर सकते हैं। यह फीचर आपके परिवार को मदद देता है कि वे आपकी लोकेशन को चैक कर के यह पता कर सकें कि आपका सफर किस प्रकार आगे बढ़ रहा है। यह ऐप आपकी लोकेशन का इस्तेमाल कर के ट्रेन की स्थिति का पता लगाता है और ट्रेन की स्थिति दर्शाता है।
बेहद सुविधाजनक होने के अतिरिक्त इसमें सुरक्षा का पहलू भी है और कंपनी सलाह देती है कि अपनी यात्रा के बारे में सूचना केवल भरोसेमंद संपर्कों से साझा करें। प्रयोक्ता को अपनी गोपनीयता के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि जैसे ही रेलगाड़ी अपने गंतव्य पर पहुंच जाती है वैसे ही ’लोकेशन शेयरिंग’ अपने आप बंद हो जाती है।
कंपनी का कहना है कि यह न केवल एक ’कूल’ फीचर है बल्कि खास तौर पर विद्यार्थियों के लिए सहायक है क्योंकि जब वे अकेले सफर करते हैं जो उनके परिजनों को चिंता लगी रहती है। बड़े समूहों में यात्रा करने वाले परिवारों या फिर वृद्धजनों को यह बहुत ही लाभदायक प्रतीत होगा क्योंकि यात्रा के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनके परिजन उनसे संपर्क में रह सकेंगे। महिला यात्रियों के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं क्यों यह फीचर उनके परिवार व मित्रों को उनकी रियल टाइम सूचना प्रदान करेगा।
यह ऐप आगमन के अपेक्षित समय, देरी (यदि हो रही हो तो) और शेष अंतर की भी गणना करता है। यह मुसाफिर के कोच/सीट की स्थिति और संभावित प्लेटफाॅर्म नंबर भी बताता है। यदि आप अपने मित्र को लेने स्टेशन जा रहे हैं तो यह ऐप प्रयोक्ता को यह परामर्श भी देता है कि स्टेशन की किस तरफ को जाएं।
यदि ’रिसीवर’ प्रयोक्ता के फोन पर रेलयात्री ऐप नहीं है तो भी वह ब्राउजर पर ’सेंडर’ प्रयोक्ता की यात्रा पर निगाह रख सकता है। यदि किसी के पास ऐंड्राॅयड फोन नहीं है तो भी चिंता की बात नहीं क्योंकि यह ’शेयरिंग’ फीचर सभी प्लेटफाॅर्म (आॅपरेटिंग साॅफ्टवेयर) और अधिकांश ब्राउजर पर काम करता है। सारांश में, आज के रेल यात्रियों के पास ’ट्रिप शेयरिंग’ जैसा फीचर होना ही चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com