सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति कश्यप शैक्षिक यात्रा पर जर्मनी हो गई। इससे पहले शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने अमौसी एअरपोर्ट पर फूल-मालाएं पहनाकर श्रीमती कश्यप को विदाई दी एवं विदेश में देश का गौरव बढ़ाने हेतु शुभकामनाएं दी। विदित हो कि जर्मनी की विश्व प्रसिद्ध शैक्षिक संस्था गोथे इन्स्टूट्यूट द्वारा श्रीमती कश्यप को विशेष रूप से आमन्त्रित किया गया है। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि जर्मनी की 11 दिवसीय यात्रा के दौरान श्रीमती कश्यप विभिन्न शैक्षिक सम्मेलनों में प्रतिभाग करेंगी, साथ ही साथ जर्मनी शिक्षा पद्धति की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही इस बात का अध्ययन करेंगी कि भारतीय छात्र कैसे जर्मनी की शिक्षा पद्धति का फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा, श्रीमती कश्यप इस शैक्षिक यात्रा के दौरान म्यूनिख व फ्रैंकफर्ट स्थित कई प्रोफेशनल काॅलेजों में आयोजित सम्मेलन में प्रतिभाग करेंगी तथापि जर्मनी की शिक्षा पद्धति के अध्ययन के साथ ही साथ सी.एम.एस. शिक्षा पद्धति पर भी प्रकाश डालेंगी। श्रीमती कश्यप 17 मई को स्वदेश लौटेंगी।
श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. की अनूठी शिक्षा पद्धति की गूँज देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी है और इन्हीं कारणों से शिक्षा में गुणात्मकता को बढ़ाने के लिए सी.एम.एस. की प्रधानाचार्याओं को समय-समय पर अनेक देशों के स्कूलों एवं विश्वविद्यालय द्वारा आमंत्रित किया जाता रहा है। इसके साथ ही साथ अनेक देशों के प्रतिष्ठित स्कूलों की प्रधानाचार्या, शिक्षक एवं बच्चे समय-समय पर सिटी मोन्टेसरी स्कूल आकर भी सी.एम.एस. की विस्तृत एवं अनूठी शिक्षा पद्धति का अध्ययन करने के लिए आते रहते हैं। सीएमएस देश का पहला स्कूल है जहां वर्ष 2012 से ही के.जी. कक्षा से ही जर्मन भाषा को वैकल्पिक भाषा के रूप सीखने की सुविधा प्रदान की जा रही है। सी.एम.एस. की 15 शाखाआंे में इंस्टीट्यूट आॅफ यूरोपियन लैग्वेंजेज के माध्यम से अब तक लगभग 3500 बच्चे जर्मन भाषा सीख चुके हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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