रंगों के त्योहार होली पर एक दूसरे पर रंग गुलाल से सराबोर करने का मजा लेने के साथ-साथ इस प्रयोग में आने वाले केमिकल युक्त रंगों से अपनी त्वचा, आंखों स्वास्थ्य एवं पर्यावरण से होने वाले नुकसान से बचने के लिए गैर सरकारी संस्था आईरीड भारत ने इकोफ्रेण्डली होली खेलों अभियान प्रारम्भ किया है। उन्होंने बताया कि घर में गुलाल बनाने के लिए पंखुि़यों को सुखाकर पीसकर गुलाल बनाया जा सकता है। इस तरह पीलारंग बनाने के लिए एक चम्मच हल्दी में आटा या मैदा में टेलकम पाउडर के साथ मिलने से पीला रंग तैयार हो जाता है। डा0 अर्चना ने बताया कि जामुनी रंग बनाने के लिए एक किलोग्राम चुकन्दर को कद्दूकस करके एक लीटर पानी में डालकर रात भर छोडऋदेने से चटक जामुनी रंग तैयार हो जाएगा। साथ ही केसरिया रंग टूशू और पलाश के फूलों को गरम पानी में उबालकर एक रात रख देने से सुबह रंग तैयार मिलेगा। हरा रंग बनाने के लिए दो लीटर पानी में दो चम्मच मेंहदी पाउडर मिलाकर घोल में गीला हरा धनिया पालक, पुदिना की पत्तियों का पाउडर बना उसे पानी में मिलाकर भी बनाया जा सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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