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पैरेंट्स डे पर अभिभावकों ने बिखेरे हुनर के जलवे

Posted on 09 May 2015 by admin

नन्ही कोमल ने पापा की डांट ही सुनी थी लेकिन जब उसने उन्हें स्टेज पर मोहम्मद रफी के दर्द भरे तराने गाते सुना तो एकबारगी उसे विशवास ही नहीं हुआण् वैशाली अपनी मम्मी को खाना पकाते, सब्जी काटते या बर्तन धोते ही देखती आई है लेकिन जब उन्होंने स्टेज पर फिल्मी धुन पर थिरकना शुरू किया तो नन्हे मुन्ने बच्चों के बीच स्टेज पर चढ़कर उनका साथ देने की होड़ सी मच गयी. फिर क्या था पूरा मैदान तालियों की गडगडाहट से गूँज उठा. मौका था न्यू रहीमाबाद, सरोजिनी नगर में स्थित यूनीवर्सल सिटी कान्वेंट में आयोजित पैरेंट्स डे का. तनाव भरी दिनचर्या में फुर्सत के दो पल मिले तो अभिभावकों ने कला और हुनर का ऐसा नजराना पेश किया कि बच्चो ने दांतों तले उंगलिया दबा ली. आकाशवाणी आर्टिस्ट अर्चना श्रीवास्तव ने अपनी मधुर वाणी में सरस्वती वंदना पेश करते हुए कार्यक्रम की शुरूआत की. मीनाक्षी सिंह और श्वेता सिंह ने स्टेज संचालन को बखूबी अंजाम दिया. डांस कैटेगरी में गणेश वंदना और ओम साई राम को प्रथम स्थान. चिपको आन्दोलन पर आधारित लघु नाटिका को द्वितीय स्थान तथा भाषण कैटेगरी में आज की कन्या कल का भविष्य को तृतीय स्थान मिला. शत प्रतिशत उपस्थिति और स्टूडेंट आफ द इयर के लिए सौम्या को शील्ड प्रदान की गई. जसप्रीत कौर द्वितीय और श्लोक तृतीय स्थान पर रहे. कोमल, काव्या, ओम, प्रवीण और आदर्श को सांत्वना पुरस्कार से संतोष करना पड़ा. पैरेंट्स के लिए निम्न कैटेगरी में पुरूस्कार घोषित किये गए. मोस्ट केयरिंग पैरेंट्स, मोस्ट सपोर्टिव पैरेंट्स, मोस्ट केयरिंग पैरेंट्स, मोस्ट न्यूट्रीशियस टिफिन, मोस्ट फ्यूचिरास्टिक पैरेंट्स इत्यादि. चीफ गेस्ट पश्चिम बंगाल से आये शिक्षाविद प्रो. केएन राठोर ने अपने संबोधन में कहा कि आज के युग में सुख सुविधा जुटाने के प्रयास में अभिभावक इस कदर उलझ गए हैं कि उनके पास अपने बच्चो को देने के लिए समय नहीं बचा है. आज बच्चे एकाकी जीवन जीने को अभिशप्त है जिसका भयावह परिणाम अक्सर हमें देखने को मिलते हैं. बच्चो का मस्तिष्क कच्ची मिटटी के सामान होता है जिसे समझना प्रत्येक अभिभावक का फर्ज है. बच्चों को विलासिता और वैभवपूर्ण जीवन देने से अधिक महत्वपूर्ण है घर में बच्चो को अच्छे संस्कार युक्त वातावरण देना. स्कूल मैनेजर पंकज सिंह ने भूकंप पीडितो की सहायता के लिए इक्कीस हजार रूपये की राहत राशि देने की घोषणा की. फाउंडर मैनेजर उमाकांत चैधरी ने कार्यक्रम में आये हुए समस्त अभिभावकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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