समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि समाजवादी पार्टी का सत्ता में आना फिरकापरस्त ताकतों को कतई अच्छा नहीं लगा है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जब प्रदेश में विकास को गति देना शुरू किया तो इन ताकतों को अपना अस्तित्व ही समाप्त होते दिखाई दिया। अपने अस्तित्व के बचाव के लिए इसलिए वे लगातार तीन वर्षो से प्रदेश में उपद्रव और अराजकता को बढ़ावा देने का असफल प्रयास करती रहीं है।
सांप्रदायिक ताकतो ने प्रदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अपनी प्रयोगशाला बनाया। मुजफ्फरनगर, मेरठ, मथुरा, मुरादाबाद में इन तत्वों ने स्थानीय घटनाओं की आड़ में क्षेत्र को अशांत बनाने की कोशिश की। गंगा, यमुना के क्षेत्र में तनाव और अराजकता पैदा करने की कोशिशें फिर शुरू हो गई है। प्रदेश की समाजवादी सरकार इन साजिशकर्ताओं के प्रति पूर्णरूपेण सचेत है वह इस तरह की ताकतों को कभी सफल नही होगे देगी।
सामाजिक सौहार्द तोड़नेवालें बयान देकर जो तत्व प्रदेश का माहौल बिगाड़ने में तुले हैं उन्हें अभी पिछले दिनों हुए उपचुनावों के नतीजों से सबक लेना चाहिए था। लोकसभा चुनावों के बाद हुए विधान सभा के उपचुनावों में 12 स्थान समाजवादी पार्टी को मिले। हाल के चरखारी और फरेन्दा विधान सभा के उपचुनावांे में भी समाजवादी पार्टी के ही नाम जीत दर्ज रही। भड़काऊ भाषण करनेवाले कई पुरोधाओं को जनता ने भाव नहीं दिया।
वस्तुतः उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और श्री मुलायम सिंह यादव का नेतृत्व है जो प्रारम्भ से ही सांप्रदायिक ताकतों की खिलाफत में रहा है। श्री मुलायम सिंह यादव धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के पक्षधर हैं जिन्हें पूरा भारत ही नहीं दुनिया में भी सम्मान दिया जाता है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने अराजकता फैलाने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि कानून तोड़नेवालों की जगह जेल में होगी। सांप्रदायिकता का प्रदेश में कोई स्थान नहीं हो सकता।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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