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अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2015) का दूसरा दिन पं ख्यात हास्य अभिनेता राजन श्रीवास्तव, मिस इण्डिया रनरअप वर्तिका सिंह व अन्य जानी-मानी हस्तियों की उपस्थिति से गुलजार हुआ बाल फिल्मोत्सव जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का कारगर तरीका है बाल फिल्मोत्सव — डा. दिनेश शर्मा, महापौर,

Posted on 09 April 2015 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में चल रहे सातवें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव
(आई.सी.एफ.एफ.-2015) के दूसरे दिन का आज पं्रख्यात हास्य अभिनेता राजन श्रीवास्तव एवं मिस इण्डिया रनरअप वर्तिका सिंह समेत कई अन्य जानी-मानी हस्तियों की उपस्थिति से गुलजार रहा और लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों से पधारे लगभग 10,000 से अधिक बच्चों ने 80 देशों की शानदार बाल फिल्मों का खूब आनन्द उठाया एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा ग्रहण की। बाल फिल्मोत्सव के दूसरे दिन का भव्य उद्घाटन आज प्रातः सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में बड़े ही उल्लासपूर्ण माहौल में हुआ। इस अवसर पर पं्रख्यात हास्य अभिनेता राजन श्रीवास्तव एवं मिस इण्डिया  रनरअप वर्तिका सिंह की उपस्थिति ने बाल फिल्मोत्सव की रौनक में चार चाँद लगा दिये। सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में शैक्षिक फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण करने पधारे हजारों छात्रों ने तालियां बजाकर श्री श्रीवास्तव एवं वर्तिका सिंह का भरपूर स्वागत किया। किशोर व युवा छात्रों में इन हस्तियों से मिलने व उनसे हाथ मिलाने का सहज उल्लास देखा जा सकता था। इस अवसर पर श्री राजन श्रीवास्तव ने अपने चिर-परिचत अंदाज में बच्चों का खूब मनोरंजन किया और बच्चों ने भी ‘लकड़ी की काठी’, ‘पापा कहते हैं’ जैसे गीत गाकर उनका खूब साथ दिया। विदित हो कि सी.एम.एस. फिल्म्स डिवीजन द्वारा संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र, नई दिल्ली के सहयोग से सातवें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन 7 से 15 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 80 देशों की बेहतरीन शैक्षिक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जा रही हैं।
इससे पहले, बाल फिल्मोत्सव में छात्रों की हौसलाअफजाई करने पधारे लखनऊ के मेयर डा. दिनेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव अपने आप में अद्वितीय है जहाँ छात्रों को मनोरंजन के साथ ही साथ जीवन मूल्यों की शिक्षा प्राप्त हो रही है। डा. शर्मा ने कहा कि पढ़ने से अच्छा समझना होता है, जीवन व्यवहार की ऐसी बहुत सारी बातें होती हैं जो किताबों से नहीं सीखी जा सकती। बच्चे उन चीजों का ज्यादा याद रख पाते हैं जिसे वे स्वयं देखते हैं, ऐसे में बाल फिल्मों का यह खजाना बच्चों के चारित्रिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सी.एम.एस. को धन्यवाद दिया कि वह बच्चों को स्वस्थ मनोरंजन के साथ साथ उपयुक्त शिक्षा भी दे रहा है।
शिक्षात्मक फिल्मों की कड़ी में आज फिल्मों का प्रदर्शन एनीमेशन बाल फिल्म ‘‘प्रिंसेज मिस्ट्री’’ से हुआ। इसके अलावा मनोरंजन से भरपूर अनेक शिक्षात्मक फिल्में सी.एम.एस. के कानपुर रोड के विभिन्न आॅडिटोरियम में प्रदर्शित हुई, जिनमें द एडवेन्चर आॅफ स्पाइकी, अनलकी बर्ड, ट्विन्स इन बेकरी, मीठी नींद, लिटिल हीरोज, प्रगति, द सर्किल, द सिंगिंग पाॅण्ड, टू घोस्ट्स, बापू के साथ, मैं भी चलना चाहती हूँ, मिस्ट्री आॅफ गिफ्ट, आई एम रघु, एक यात्रा, बीअर्स आॅन द रोड, द स्मेल आॅफ नाइट्स, डांस विद रैट, ड्रीम आॅफ बर्ड, आओ दोस्ती करंें, ड्रीम, प्ले विद मी, ए लाइफ स्टोरी, घर किसका है, गुड एण्ड स्मार्ट, ए मदर, आॅवर वीपन इज आॅवर टंग, द साइलेन्ट हीरोज आदि प्रमुख हैं। इन शिक्षात्मक बाल फिल्मों को देखने एवं इनसे प्रेरणा लेने हेतु भारी संख्या में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों की गहमागहमी देखने को मिली। खास बात यह है कि इस अन्तर्राष्ट्रीय चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल के दौरान लखनऊ के गरीब, अनाथ व पिछड़े तबके के बच्चों को भी मुफ्त में फिल्में देखने का मौका मिल रहा है और वे बच्चे जो कि आर्थिक अभाव में स्कूल तक नहीं जा सकते वे भी नैतिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। कुल मिलाकर लगभग 10,000 से अधिक बच्चों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों का खूब आनन्द उठाया, जिसमें हार्नर कालेज, आर्मी पब्लिक स्कूल, एस.डी. मान्टेसरी स्कूल, लारेटो कान्वेन्ट, केन्द्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, अवध स्कूल, सेंट जोसेफ इण्टर कालेज, प्ले वे स्कूल, यू.पी. सैनिक स्कूल, जनता जूनियर हाई स्कूल, आशियाना कान्वेन्ट स्कूल, आदि प्रमुख हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारे हास्य अभिनेता श्री राजन श्रीवास्तव व मिस इण्डिया रनरअप वर्तिका सिंह आज अपरान्हः सत्र में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं इस भव्य आयोजन पर दिल खोलकर पत्रकारों से चर्चा की। श्री राजन श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे लिए अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि मुझे इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में आने का अवसर मिला। बच्चों को प्रेरणा देने वाले इस पुनीत कार्य में जो भी योगदान दे सकें, वह थोड़ा है। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि अपने अन्दर छिपी प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल करें तो सफलता आपके कदमों में होगी। इस बाल फिल्मोत्सव की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सचमुच सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव अपने आप में अनूठा है। इस प्रेरणादायी महोत्सव में पूरे विश्व की एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक फिल्में दिखाई जा रही हैं। मिस इण्डिया रनरअप वर्तिका सिंह ने कहा कि मुझे इस बाल फिल्मोत्सव में आकर बहुत अच्छा लग रहा है खासकर इन छोटे-छोटे बच्चों के बीच स्वयं को पाकर मैं अभिभूत हूँ। सी.एम.एस. की बदौलत ही आज मुझे बच्चों के बीच आने का सुअवसर मिला है।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के चेयरमैन व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस. ने कहा कि इस महोत्सव की सबसे अच्छी बात यह है कि जीवन के जिन नैतिक सिद्वान्तो के बारे में हम बच्चों को पढ़ाते रहे हैं उन्हें बाल फिल्मों के माध्यम से जीवन्त रूप से बच्चों को दिखाना व उससे प्रेरणा देना अनूठा अहसास है। उन्होंने कहा कि यहाँ दिखाई जाने वाली फिल्में खासतौर पर बच्चों के लिए बनाई गई हैं लेकिन फिर भी उनमें माता-पिता, अभिभावकों व शिक्षकों के लिए सीखने को बहुत कुछ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बच्चों के साथ ही माता-पिता को भी इन फिल्मों से संदेश ग्रहण करना चाहिए। डा. गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. का विश्वास है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो वर्तमान युग के प्रश्नों के उत्तर दे सके। आज हमारे विद्यालयों के साथ ही माता-पिता को यह प्रश्न विचलित कर रहा है कि घरों में और बच्चों की पढ़ाई के कमरों तक में घुस आयी अश्लीलता की इस महामारी से हम अपने बच्चों को कैसे बचायें? इस प्रश्न का उत्तर ढूढ़ने के लिए ‘चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल’ की आवश्यकता महसूस की गयी है।
फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर श्री वर्गीस कुरियन ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क है एवं लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चे, युवक, माता-पिता, अभिभावक व शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं। उन्होंने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में रोजाना दो शो आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें प्रथम शो प्रातः 9.00 बजे से एवं दूसरा शो दोपहर 12.00 बजे से प्रारम्भ होता है। श्री कुरियन ने कहा कि विश्व शान्ति व विश्व एकता को समर्पित सी.एम.एस. के इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक बाल फिल्मों के माध्यम से छात्रों व युवाओं के नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक गुणों को विकसित कर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. सभी संभव माध्यमों से बच्चों के चारित्रिक व नैतिक उत्थान में संलग्न है एवं हमारा प्रयास छात्रों को सर्वांगीण शिक्षा उपलब्ध कराकर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में बच्चों के चरित्र निर्माण एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा देने हेतु यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। श्री शर्मा ने बताया कि आई.सी.एफ.एफ.-2015 के तीसरे दिन का उद्घाटन कल 9 अप्रैल, वृहस्पतिवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में होगा। भारत में बेल्जियम के राजदूत श्री यान लुइक्सि एवं उनकी पत्नी श्रीमती राका सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे जबकि फिल्म ‘तारे जमीं पर’ के बाल कलाकार दर्शील सफारी एवं बाल नृत्यांगना अवनीत कौर अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की रौनक बढ़ायेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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