भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सपा राज में प्रदेश के शैक्षिक तंत्र पर शिक्षा माफियाओं की मजबूत हुई पकड़ का परिणाम है कि पहले परीक्षा अब मूल्यांकन को लेकर लिए जा रहे फैसले से स्पष्ट हो रहा है कि इन शिक्षा माफियाओं के आगे राज्य सरकार बेबस है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में यू.पी. बोर्ड के मूल्यांकन में एक फिर शिक्षा माफिया का राज स्थापित होता नजर आ रहा है। राज्य के लाखों विद्यार्थियों के भविष्य का फैसला करने के लिए बाबू और चपरासियों को मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है।
श्री पाठक ने बांदा का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे क्लर्क और चपरासी मूल्यांकन कार्य में लगाये गए। इन्हें लगाने में कहां से निर्देश मिले इस बात का खुलासा हो। उन्होंने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि डिनायल मोड में काम कर रही अखिलेश सरकार हर घटना की तरह इस घटना को भी पहले तो नकारने में जुटी लेकिन भला हो मीडिया कार्मियों का जिन्होंने इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया।
श्री पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार में प्रदेश के युवाओं-वि़द्यार्थियों के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है। कभी पुलिस भर्ती में घोटाले की बात सामने आती है, तो कभी पीसीएसप्री का पर्चा परीक्षा शुरू होने से पहले ही लीक हो जाता है। राज्य की माध्यमिक परीक्षाओं के शुरूआत होने से पहले ही परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण को लेकर सरकारी कार्यशैली पर सवाल उठे, तो अब मूल्यांकन के लिए लगाये गये लोगो को लेकर भी सरकार कटघरे में है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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