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अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव का भव्य उद्घाटन

Posted on 08 April 2015 by admin

3 देशों के राजदूतों एवं इजराइल की मिनिस्टर काउन्सलर समेत फिल्म अभिनेत्री जूही चावला एवं गंगू बाई के नाम से मशहूर बाल कलाकार सलोनी डैनी व बालवीर के नाम से
मशहूर बाल कलाकार देव जोशी ने बढाई बाल फिल्मोत्सव की रौनक
सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में आयोजित ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव
(आई.सी.एफ.एफ.-2015)’’ का रंगारंग उद्घाटन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ।  रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच बाल फिल्मोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया जबकि समारोह की अध्यक्षता संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र, भारत व भूटान की डायरेक्टर सुश्री किरन मेहरा करपेलमन ने की। इस भव्य अवसर पर क्रोएशिया के राजदूत श्री आमिर मुहारेमी, लाओ-पीडीआर के राजदूत श्री साउथम साकोनिन्होम, ताइवान के राजदूत श्री चुंग कुआंग टीन व उनकी पत्नी श्रीमती युजिन टीन चेन, एम्बेसी आॅफ इजराइल की मिनिस्टर काउन्सलर सुश्री डिट्रा फ्रोइम, फिल्म अभिनेत्री जूही चावला, गंगू बाई के नाम से मशहूर बाल कलाकार सलोनी डैनी, बालवीर के नाम से विख्यात देव जोशी आदि की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार-चाँद लगा दिये, साथ ही विभिन्न विद्यालयों से पधारे लगभग 5000 छात्रों एवं विशिष्ट व अति-विशिष्ट अतिथियों की गरिमापूर्ण उपस्थिति ने इस आयोजन की सार्थकता सिद्ध कर दी। ज्ञातव्य हो कि संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र, नई दिल्ली के सहयोग से सी.एम.एस. फिल्म्स डिवीजन द्वारा सातवें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन 7 से 15 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 40 देशों की बेहतरीन शैक्षिक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जा रही हैं। यह बाल फिल्मोत्सव युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास को समर्पित है।
बाल फिल्मोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि श्री शिवपाल सिंह यादव, मंत्री, लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश ने कहा कि बाल फिल्में शिक्षा का सशक्त माध्यम हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव बच्चों के साथ ही साथ अभिभावकों व शिक्षकों में भी समाज के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने में मदद करेगा। इस वृहद आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्री यादव ने आगे कहा कि फिल्में बच्चों की मानसिकता को बदलने में बड़ी प्रभावशाली भूमिका निभाती हैं, ऐसे में सी.एम.एस. का यह फिल्मोत्सव बच्चों को अच्छा इंसान बनाने में मददगार साबित होगा। सुश्री किरन मेहरा करपेलमन, डायरेक्टर, संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र, भारत व भूटान, नई दिल्ली ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के चारित्रिक व नैतिक विकास के लिए फिल्म जैसे सशक्त माध्यम का उपयोग सी.एम.एस. की एक अनूठी पहल है, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह महोत्सव अपने उद्देश्य में अवश्य सफल होगा।
उद्घाटन समारोह के उपरान्त अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव का शुभारम्भ मृणाल देव निर्देशित बाल फिल्म ‘गुंजा’ से हुआ, जिसने सिर्फ बच्चों को ही नहीं अपितु बड़ों को भी भावी पीढ़ी के बेहतर भविष्य हेतु सोचने पर मजबूर किया। यह प्रेरणादायी बाल फिल्म सामाजिक मुद्दों पर आधारित है। यह अत्यन्त रोचक फिल्म बिहार प्रदेश की एक लड़की ‘गंुजा’ की कहानी है जो अपनी मासूमियत के साथ ही जीवन और मौत की विडम्बना को प्रदर्शित करती है। एक अत्यन्त जटिल विषय पर बच्चों की मासूमियत, मानसिकता एवं भावाभियक्ति को अनूठा सम्मिश्रण है जो लोगों को बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है।
अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में लखनऊ पधारे विशिष्ट अतिथियों ने इस ऐतिहासिक आयोजन पर अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर 3 देशों से पधारे राजदूतों सर्वश्री आमिर मुहारेमी, राजदूत, क्रोएशिया,
श्री साउथम साकोनिन्होम, राजदूत, लाओ-पीडीआर एवं श्री चुंग कुआंग टीन, राजदूत, ताइवान ने एक स्वर से कहा कि सी.एम.एस. द्वारा कई देशों की अच्छी व शिक्षात्मक बाल फिल्मों को निःशुल्क प्रदर्शित करना किशोरों व युवाओं को जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का कारगर तरीका है, साथ ही साथ दुनिया भर की संस्कृतियों को एक मंच पर प्रदर्शित करने का अनूठा अवसर है।
प्रख्यात फिल्म अभिनेत्री सुश्री जूही चावला ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के अन्तर्गत जीवन मूल्यों व संस्कारों से परिपूर्ण शिक्षात्मक फिल्में बच्चों को सही मार्गदर्शन देंगी। सी.एम.एस. की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह महोत्सव छात्रों के चारित्रिक व नैतिक गुणों को विकसित करने में मदद करेगा। आगे बोलते हुए सुश्री चावला ने कहा कि लखनऊ के बच्चे बहुत लकी हैं जिन्हें दुनिया भर की अच्छी बाल फिल्में देखने का सुअवसर मिल रहा है जबकि मुंबई में ऐसा कोई फेस्टिवल नहीं होता। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि ‘यद् भवत तद् भवाति’, जैसा आप सोचेंगे, वैसे ही बन जायेंगे। बालवीर के नाम से विख्यात मशहूर बाल कलाकार देव जोशी ने कहा कि मैं भी स्कूल जाने वाला एक सामान्य बालक हँू, परन्तु मेहनत व परिश्रम के बल पर मैंने यह मुकाम हासिल किया है। गंगूबाई के नाम से विख्यात बाल कलाकार सलोनी डैनी ने कहा कि यहाँ आकर व बहुत सारे बच्चों से मिलकर अच्छा लग रहा है। यह महोत्सव बच्चों को अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को पहचानने में मदद करेगा। यह महोत्सव अपने आपमें अनूठा है और खासकर बच्चों के लिए आयोजित होने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
इस अवसर पर प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के उद्देश्यों पर विस्तृत बातचीत की। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल केवल मनोरंजन के लिए नहीं है अपितु यह शिक्षा का एक अभिन्न अंग भी है। चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल का एक खास उद्देश्य बच्चों को स्वस्थ मनोरंजन के साथ उच्च विचार भी देना है, जिससे बच्चों में नैतिक और सामाजिक गुणों की बढ़ोत्तरी हो सके साथ ही वह एक स्वच्छ खुशहाल समाज का निर्माण कर सके। डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि अच्छी व आदर्श फिल्में नैतिक व आध्यात्मिक वातावरण बनाने एवं बच्चों में मानवीय गुणों के संचार का एक शक्तिशाली माध्यम हैं।
डा. गाँधी ने बताया कि विश्व एकता व विश्व शान्ति को समर्पित इस नौ-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव की गरिमा बढ़ाने हेतु फिल्म जगत की कई जानी-मानी हस्तियों का आगमन हो रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत 8 अप्रैल को हास्य अभिनेता श्री राजन श्रीवास्तव, 9 अप्रैल को बाल कलाकार दर्शील सफारी एवं अवनीत कौर, 10 अप्रैल को फिल्म लेखक श्री दिलीप शुक्ला, 11 अप्रैल को बाल कलाकार जपतेज सिंह, 12 अप्रैल को फिल्म रांझणा की अभिनेत्री सुश्री स्वरा भाष्कर, 13 अप्रैल को फिल्म लेखक श्री अतुल तिवारी एवं 14 व 15 अप्रैल को बाल कलाकार अमन सिद्दीकी एवं उनके पिताजी श्री रूमी सिद्दीकी बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे।
फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर श्री वर्गीस कुरियन ने कहा कि सी.एम.एस. देश का पहला स्कूल है जो इस तरह का फिल्म फेस्टिवल आयोजित करता है, जिसमें खास तौर से बच्चों के लिए बनाई गई चारित्रिक गुणों से परिपूर्ण बाल फिल्में  निःशुल्क प्रदर्शित की जाती हैं। श्री कुरियन ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में अनेक देशों की बेहतरीन फिल्मों  का निःशुल्क प्रदर्शन तो होगा ही, साथ ही साथ देश-विदेश की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को विभिन्न कैटेगरियों के अन्तर्गत सी.एम.एस. की ओर से 10 लाख रूपये के नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा।
विद्यालय के मुख्य जन-संपर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क है एवं लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चे, युवक, माता-पिता, अभिभावक व शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं। उन्होंने बताया कि आई.सी.एफ.एफ.-2014 के अन्तर्गत शैक्षिक बाल फिल्मों का प्रदर्शन सी.एम.एस. कानपुर रोड के प्रमुख आॅडिटोरियम  के अलावा सात मिनी आडिटोरियम में एक साथ किया जा रहा है, जिनमें प्रथम शो प्रातः 9.00 बजे से एवं द्वितीय शो दोपहर 12.00 बजे से प्रारम्भ होगा। श्री शर्मा ने बताया कि आई.सी.एफ.एफ.-2015 के दूसरे दिन का उद्घाटन कल 8 अप्रैल, दिन बुधवार को प्रातः 9.00 बजे होगा। इस अवसर पर प्रख्यात हास्य अभिनेता श्री राजन श्रीवास्तव उपस्थित रहेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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