मार्च मण्डलायुक्त श्री महेश कुमार गुप्ता ने बाल विकास एवं पुष्टाहार, पंचायत राज, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य विभाग, को यूनिसेफ के तालमेल से महिलाओं और बच्चों /शिशुओं को स्वस्थ्य बनाने के लिए रक्ताल्पता (एनिमियाॅं) दूर करने , सुरक्षित प्रसव, प्रसवोत्तर सेवा बढाने हेतु मिशन की भांति काम करने का आहवान किया है। उन्होने कहा कि मण्डल मे 120 गांवों को मण्डलीय अधिकारियों द्वारा गोद लिया गया है और उनसे अपेक्षा है कि वे सभी बुद्धवार/शनिवार को आयोजित होने वाले ग्राम्य स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर गोद लिए गांवो का भ्रमण अवश्य करें।
श्री गुप्ता ने कहा कि गोद लिये गांवो मे भ्रमण को जाने वाले अधिकारी पंचायतीराज विभाग द्वारा जन्म मृत्यु पंजीकरण हेतु रखे गये रजिस्टर, आशा बहु के रजिस्टर और आंगनबाडी कार्यकत्रि के रजिस्टर का निरीक्षण करके आकडों का मिलान अवश्य करें, ताकि सरकार के सामने एक वास्तविक सूचना मिलने का मार्ग प्रसस्त हो और उसी अनुरूप कार्यवाही भी सुनिश्चित करायी जा सके। उन्होने कहा कि अति कुपोषित माताओं और बच्चों की वास्तविक स्थिति की जानकारी होनी बहुत जरूरी है।
राज्य पोषण मिशन के निदेशक श्री अभिताभ प्रकाश ने बताया कि आगामी एक अप्रैल से पूरे राज्य मे कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए एक टैकिंग कार्यक्रम चलाया जायेगा और उसके बाद फालोअप एक्शन मे उन्हे कुपोषण मुक्त कराया जायेगा।
मण्डलायुक्त ने बैठक में जिला पोषण समिति की हुई बैठको की समीक्षा, मण्डल स्तरीय अधिकारियों द्वारा गोद लिये गये गांवों की प्रगति रिपोर्ट एवं कृत कार्यवाही, जनपदों में गोद लिये गये गांव की प्रगति रिपोर्ट एवं कृत कार्यवाही, पोषण पुर्नवास केन्द्रो पर भर्ती बच्चों की संख्या एवं ईकाइ की क्रियाशीलता, गर्म पका-पकाया खाना-धन की उपलब्धता एवं क्रियान्वयन, पूरक पोषाहार(एस0एन0पी0) उपलब्धता एवं वितरण, ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवसों की गुणवत्ता, ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता समिति क्रियाशीलता की समीक्षा की गयी।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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