समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि प्रदेश के जन सामान्य के स्वस्थ जीवन के लिए शुद्ध वातावरण का सृजन आवश्यक है। इसके लिए जहां पर्यावरणीय प्रदूषण का त्वरित गति से नियंत्रण आवश्यक हैं वहीं पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से वन और पौधारोपण भी अपरिहार्य हैं। यह इसलिए भी आवश्यक है कि पर्यावरण असंतुलन से मानवजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहे है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव स्वयं पर्यावरण विशेषज्ञ हैं, इसलिए उनकी ओर से प्रदेश में पर्यावरण सुधार की अनेक योजनाएं चलाई गई हैं।
पर्यावरण प्रदूषण की समस्याएं जटिल चुनौतियां बनकर खड़ी हो रही हैं। वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे दमा, खांसी, एलर्जी, क्षयरोग, कैंसर आदि में वृद्धि हो रही है। वायु प्रदूषण से तापमान और घातक विकरण में वृद्धि हो रही है। औद्योगिक उत्प्रवाह और नगरीय सीवेज के कारण जल प्रदूषण की गम्भीर समस्या होती है। रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के असंतुलित प्रयोग से खाद्य पदार्थो में जहर का असर होने लगता है।
प्रदेश में पूर्व से स्थापित कारखानों से निकलनेवाले औद्योगिक स्राव के शुद्धिकरण हेतु ईटीपी संयत्र की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में नए उद्योगों के संचालन से पूर्व परिसर में हरित पट्टिका का विकास सुनिश्चित कराया जा रहा है। प्रदेश के समस्त जनपदो में हरित पट्टिका के विकास हेतु पौधारोपण करके सिंचाई और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इस कार्य में वन क्षेत्रों और उसके आसपास रहनेवाले व्यक्तियों का सहयोग भी हासिल किया जा रहा है।
लखनऊ में गोमती नदी को साफ सुथरा और आसपास के वातावरण को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री जी ने वर्ष 2015-16 के बजट में 400 करोड़ रूपए की व्यवस्था की है। वे स्वयं भी इस योजना में गहरी रूचि ले रहे हैं। नगरीय क्षेत्रों में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट तथा सीवेज ट्रीटमेंट की योजनाओं के लिए 100 करोड़ रूपए बजट में रखे गए है। जलवायु परिवर्तन जैसी समस्या के निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश जलवायु परिवर्तन प्राधिकरण का गठन किया गया है।
जनसंख्या वृद्धि के कारण प्राकृतिक संसाधनों, विशेषकर वनों पर जैविक दबाव में अत्यधिक वृद्धि हो रही है। वनों के विनाश के कारण सूखा एवं बाढ़ की विभीषिका बढ़ती जा रही है। अनेक वनस्पतियों एवं जंतु प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा उत्पन्न हो रहा है। पर्यावरणीय समस्या प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जनजीवन को प्रभावित कर रही है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव इस संबंध में विशेष रूप से सचेष्ट हैं कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के योजनाबद्ध ढंग से प्रभावी उपाय किए जाएं ताकि प्रदेश में वांछित विकास के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण एवं परिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। प्रदेश के समग्र विकास से ही आदर्श प्रदेश बन सकेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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