मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान के निदेशक एसपी रस्तोगी ने कहा कि अपने हुनर में माहिर व्यक्ति को काम तलाशने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि उद्यमियों को हमेशा कुशल कारीगरों की तलाश रहती है। इसलिए शिक्षित युवक-युवतियों को चाहिए कि वह किसी एक टेªड में कुशलता हासिल करें और अपना स्वरोजगार स्थापित कर दूसरे बेरोजगारों को भी रोजगार दें। श्री रस्तोगी सोमवार को भारत सरकार के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा प्रायोजित एवं राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान द्वारा सरोजनीनगर के स्कूटर्स इण्डिया चैराहा स्थित सहयोग परिवार इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर एजूकेशन परिसर में आयोजित 250 घंटे के कम्प्यूटर एकाउटिंग (टैली) टेªड के प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित करने के बाद उन्हें सम्बोधित कर रहे थे।
इस मौके पर श्री रस्तोगी ने कहा कि इस वैज्ञानिक युग में कम्प्यूटर का महत्व काफी बढ़ गया है। आज के दौर में कम्प्यूटर के माध्यम से कार्यालयों से लेकर अंतरिक्ष यानों के संचालन का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैट लागू होने के बाद अब सभी छोटे-बड़े व्यापारी अपनी आय-व्यय का लेखा-जोखा टैली साफ्टवेयर के माध्यम से ही तैयार करते हैं। ऐसे में बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए कम्प्यूटर एकाटिंग प्रशिक्षण काफी उपयोगी साबित होगा। कार्यक्रम में राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक राजेश बाजपेई ने कहा कि कुछ समय पहले केवल बड़े-बडे़ संस्थानों में ही कम्प्यूटर हुआ करते थे, लेकिन आज के दौरा में कम्प्यूटर छोटे-छोटे प्रतिष्ठानों के साथ ही तकरीबन सभी घरों में मौजूद है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लैपटाॅप बांटकर छात्र-छात्राओं तक को इससे जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिको व इंजीनियरों द्वारा नई-नई तकनीकें इजाद की जा रही है। जिससे कम्प्यूटर बहुत उपयोगी साबित हो रहा है। इससे पहले प्रशिक्षण के दौरान शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने वाली प्रतिभागी आरती शर्मा को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रशिक्षण समन्वयक राज किशोर पासी ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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