आॅल इण्डिया काॅल पर स्टूडेण्ट्स फेडरेशन आॅफ इण्डिया ने यूजीसी नेट/सीएसआईआर में 2.5 गुना फीस बृद्धि के खिलाफ संसाधन मंत्री को सम्बोधित दो सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
जिलाधिकारी से वार्ता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एस.एफ.आई. विवेक विक्रम सिंह ने कहा कि एक तरफ उच्च शिक्षा में वैसे भी सरकार की गलत नीतियों के चलते छात्र संख्या में गिरावट है। दूसरे सरकार ने शिक्षा बजट में 3900 करोड़ रूपये की कटौती कर दी और पुनः यूजीसी नेट व सीएसआईआर के फार्म की कीमत को 400 रूपया से बढ़ाकर 1000 रूपया कर दिया जो छात्र के जेब में खुलेआम डाका डालना हुआ। हमारी मांग को माननीय तक पहुचाये और तत्काल इस बृद्धि को रूकवाया जाय। कार्यालय में छात्रों को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव प्रशान्त द्विवेदी ने कहा कि सबसे पहले यूजीसी नेट व सीएसआईआर की तिथि को 7 मार्च से बढ़ाया जाए और फीस बृद्धि को तत्काल वापस लाया जाए ये तो पूरी तरह से बीजेपी सरकार की मनमानी और हिटलर शाही है जो एसएफआई बर्दाश्त नहीं करेगी। इसीक्रम में आज की सभा की अध्यक्षता कर रहे साथी जिला उपाध्यक्ष प्रकाश पति मिश्रा ने जोरदार आवाज में कहा कि महंगी शिक्षा होनी चाहिए और छात्रों के जेब में डाका नहीं चलेगा शिक्षा अगर महंगी होगी तो भारत की 77 फीसदी आबादी निरक्षर हो जायेगी। एसएफआई अन्तिम क्रम तक फीस बृद्धि के खिलाफ संघर्ष करेगी। इस मौके पर पर अनुज चैधरी, संदीप यादव, सत्यम शुक्ल, ज्ञान चन्द्र तिवारी, सचिदानन्द अभिषेक, अनुराग, मीर हसन, विशाल विमल आदि मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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