स्वर्गीया सरोजिनी नायडू ने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। उस समय राजनीति में महिलाओं की संख्या बहुत कम होती थी। वे उत्तर प्रदेश की पहली राज्यपाल थी। उनका निधन अपने पद पर रहते हुए हुआ था। उनके उच्च आदर्शों को आत्मसात करना उनके प्रति सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। मैं उन्हें उनकी पुण्यतिथि पर स्मरण करते हुए अपनी तथा प्रदेश की जनता की ओर से हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
यह उद्गार प्रदेश के राज्यपाल, श्री राम नाईक ने आज उत्तर प्रदेश की प्रथम राज्यपाल स्वर्गीया सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प चक्र रखकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते समय व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि 02 मार्च, 1949 को श्रीमती नायडू का निधन राज्यपाल के पद पर रहते हुए था।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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