भारतीय जनता पार्टी ने आवश्यक वस्तुओं पर लगभग 500 करोड़ रूपये के नये कराधान को महंगाई बढ़ाऊ, आमजन विरोधी व संवैधानिक दृष्टि से घोर वित्तीय अनुशासनहीनता करार दिया है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज शनिवार को आम आदमी के इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं, दवाओं, वनस्पति घी, साइकिल आदि पर अतिरिक्त कर लगाने की घोर निन्दा की और कहा कि महंगाई के लिए केन्द्र को फजÊ तौर पर कोसने वाली बसपा ने उत्तर प्रदेश की जनता को महंगाई की आग में झोंकने का काम किया है। बसपा ने महंगाई की आग मेें पेट्रोल डाला है और आम आदमी को इसी आग में झोंक दिया है।
श्री दीक्षित ने कहा कि संवैधानिक दृष्टि से कराधान के ये प्रस्ताव बजट सत्र में लाने चाहिए थो। सरकार ने बजटीय प्राविधानों में लगभग 500 करोड़ के ये कराधान प्रस्ताव आखिरकार क्यों छुपायेर्षोर्षो विधानसभा के बजट सत्र के सत्रावसान के ठीक तीसरे दिन कराधान के प्रस्ताव का ऐसा दूसरा उदाहरण भारत के संसदीय इतिहास में नहीं मिलता। सभी कराधान विधायी सिफारिश से ही आते हैं। लेकिन सरकार ने बेईमानी की। अब महामहिम राज्यपाल को चाहिए कि सरकार के इस कदाचरण पर हस्तक्षेप करें। यह मसला संविधान और संसदीय परम्परा के अपमान से जुड़ा हुआ है। सरकार बताए कि सत्र के दौरान ही करारोपण प्राविधान के प्रस्ताव सदन से पारित कराने में कठिनाई क्या थीर्षोर्षो यह राज्य की जनता के साथ धोखाधड़ी है। भाजपा सरकार कदाचरण के इस मामले को आम जनता के बीच ले जाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com