दोस्तपुर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म व हत्या के मामले में पुलिस द्वारा किया गया खुलासा परिवार के लोगों के गले नहीं उतर रहा है। यह मामला कितना सत्य है यह तो सिर्फ परिवार वाले ही जानते है, लेकिन खुलासा तो पुलिस को करना है मानना तो पड़ेगा ही। बतातें चलें कि दोस्तपुर थाना क्षेत्र के पतरा नरायनपुर गांव में एक नाबालिग लड़की का शव बरामद हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पीडि़त परिवार के तहरीर देने के पहले उसी गांव के ही एक युवक को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का कहना है कि इस युवक ने गला रेतकर नाबालिग लड़की की हत्या की है। वहीं पीडि़त के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने बिना जांच पड़ताल किए ही जल्द से जल्द मामले के खुलासे में तत्परता दिखाई है।
मालूम हो कि पतरा नरायनपुर गांव के दिलीप उपाध्याय की सात वर्षीय पुत्री निधि बीते शुक्रवार को घर के बाहर खेल रही थी। निधि की मां घर के अन्दर घरेलू काम-काज में व्यस्त थी, देरशाम निधि की मां जब घर के बाहर निकली तो बेटी निधि नहीं दिखाई पड़ी, जिसकी तलाश में मां पास-पड़ोस के लोगों से पूछताछ करनी शुरू कर दी, लेकिन निधि का कहीं भी पता नहीं चला। मामला पूरे गांव में फैल गया, लोग इकट्ठा होने लगे, गांव के सभी लोग मिलकर खेत-खलिहान, बाग, बगीचों की तरफ ढूढ़ने निकल पड़े। ग्रामीणों के प्रयास के बाद निधि की लाश गांव के समीप एक खेत में मिली, लोग निधि की लाश को देखकर दंग रह गये थे। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने निधि के शव को कब्जे में लेकर निधि के पिता से जानकारी लेना शुरू किया। निधि के परिवार से न तो गांव में किसी से दुश्मनी थी और न किसी और से। इस घटना को किसने अंजाम दिया? यह निधि के परिवार व पुलिस के लिए एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया था। मामला दुष्कर्म से सम्बन्धित सामने आ रहा था, जिसके लिए पुलिस भी मामले को जल्द से निपटाने के प्रयास में जुटी हुई थी। मृतक निधि के परिजनों ने देर रात तक पुलिस को तहरीर दे भी नहीं पायी थी कि पुलिस ने गांव के नाई परिवार के रहने वाले दिलीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था।
मृतक निधि के परिजनों का कहना है कि दिलीप शर्मा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मृतक निधि के परिजनों को देर रात थाने पर बुलाया और कहा कि आपकी बेटी के साथ दुष्कर्म करने वाला कोई और नहीं ये दिलीप शर्मा है। मृतक निधि के परिजन जब गिरफ्तार किए गये दिलीप शर्मा से पूछा तो वह सही जवाब नहीं दे पाया कि हमने ही निधि को मारा है। वहीं पुलिस ने निधि के परिजनों के ऊपर दबाव बना रही थी कि दिलीप शर्मा के नाम ही तहरीर दीजिए। मृतक निधि के परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने के लिए दोषी व्यक्तियों पर कार्यवाही नहीं करना चाहती थी। मामला चाहे जो भी हो, लेकिन पुलिस के खिलाफ मृतक निधि के परिजनों का कहना अगर सत्य है तो सूबे की अखिलेश सरकार की इस मित्र पुलिस से लोगों का विश्वास जल्द ही खत्म हो जायेगा। बहरहाल पुलिस ने वहीं किया जो मृतक निधि के परिजनों के परे था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए बताया कि थानाध्यक्ष निर्भय कुमार सिंह उ.नि. दिवाकर कुमार का. प्रदीप कुमार सिंह, का. जितेन्द्र पाल, का. संजय रावत, का. बाजा यादव एवं का. पारसनाथ यादव को खुलासे के लिये क्षेत्र में लगाया था। मुखबिर की सूचना पर ग्राम पतरा नरायनपुर में हत्या करने वाला व्यक्ति मझुई पुल के पास भागने की फिराक में खड़ा था। सूचना पर थानाध्यक्ष व मय हमराही सिपाहियों ने मझुई पुल के पास पहुंचकर मुखबिर के ईशारे पर खड़े व्यक्ति का उठा लिया। पकड़े गये व्यक्ति का नाम दिलीप शर्मा पुत्र राम प्रकाश शर्मा ग्राम मुरैनी थाना दोस्तपुर है। पुलिस के अनुसार दिलीप शर्मा ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि बीते 20 फरवरी को दिन में पतरा नरायनपुर गया था, वहां गाॅव के बाहर पोखरे के पास दिलीप उपाध्याय की लड़की जिसकी उम्र सात-आठ वर्ष थी उसको बहला फुसलाकर गेहूॅं के खेत में ले जाकर उसके साथ बुरा काम करने का प्रयास किया इस वह चिल्लाने लगी तो मुॅह पकड़ लिया और अपने पास रक्खे अस्तूरे से उसके गले पर वार कर दिया जिससे उसका गला कट गया वह वहीं गिर गई तभी खून को रोकने के लिए उसकी लैगी से उसका गला कसके बांध दिया। पुलिस के मुताबिक दिलीप शर्मा का यह भी कहना है कि वह बच्ची का गला जान बूझकर काटा था।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com