जिलाधिकारी अदिति सिंह ने राजस्व वादों के निस्तारण की समीक्षा के दौरान अवशेष वादों के निस्तारण की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने सम्बन्धित न्यायालयों के पीठासीन अधिकारियों तथा उनके पेशकारों को चेतावनी दिया है कि राजस्व वादों के निस्तारण के लक्ष्य के अनुरूप प्रगति न पाये जाने पर उनके विरूद्ध वार्षिक कार्य मूल्याकंन में वादों के निस्तारण में रूचि न प्रदर्शन करने के आशय का अंकन मेरे द्वारा कर दिया जायेगा। डी0एम0 कैम्प कार्यालय में वादों के निस्तारण की समीक्षा कर रही थी।
जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार कादीपुर व उनके पेशकार एवं उपजिलाधिकारी लम्भुआ के न्यायालय पर कार्यरत पेशकार द्वारा वादों के निस्तारण में रूचि न लेने पर चेतावनी दिया। बैठक में बताया गया कि अतिरिक्त अधिकारी प्रथम नायब तहसीलदार बरौंसा एवं नायब तहसीलदार चांदा के न्यायालय पर कम्प्यूटर की व्यवस्था नही है। जिस पर डी0एम0 ने मुख्य राजस्व अधिकारी/अपर जिलाधिकारी प्रशासन को 7 दिन के अन्दर कम्प्यूटर का प्र्रबंध सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया ताकि वादों के निस्तारण का लक्ष्य राजस्व वादों के अद्यतनीकरण में कोई कठिनाई न होने पाये। समीक्षा के दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी के न्यायालय पर 1274 वाद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के न्यायालय पर 1246 वाद, अपर जिलाधिकारी प्रशासन के न्यायालय पर 1719 वाद, अपर उप जिलाधिकारी न्यायालय पर 786 वाद एवं अतिरिक्त अधिकारी प्रथम के न्यायालय पर 423 वाद अवशेष पाये गये।
जिलाधिकारी ने समस्त पीठासीन अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व वादों के निस्तारण हेतु जो लक्ष्य आंवटित किये जा रहे है उसके अनुसार वादों के निस्तारण का कार्य वित्तीय वर्ष की बची हुयी अवधि में अवश्य सुनिश्चित किया जाय और यदि इसके लिए आवश्यक हो तो सभी पीठासीन अधिकारी अपने-अपने न्यायालय के कार्य दिवसों को बढ़ा ले ताकि लक्ष्य की पूर्ति में कार्य दिवस बाधक न बन सके। बैठक में एस.डी.एम. कादीपुर, लम्भुआ, जयसिंहपुर, अपर उपजिलाधिकारी सदर, अतिरिक्त अधिकारी प्रथम, तहसीलदार कादीपुर, जयसिंहपुर, तथा लम्भुआ, ज्येष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, नायब तहसीलदार नगर एवं लम्भुआ उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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