जिलाधिकारी अदिति सिंह ने बताया कि जमीदारी विनाश अधिनियम के क्षेत्रान्तर्गत स्थित राजस्व ग्रामों की खतौनियों मे निर्विवाद उत्तराधिकार दर्ज कराये जाने हेतु अभियान की समय सारणी जारी कर दी गयी है, समय सारणी के अनुसार 07 फरवरी तक भ्रमण सत्यापन कार्यक्रम निर्गत कर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा तथा दिनांक 08 फरवरी से 31 मार्च 2015 तक राजस्व ग्रामों में खतौनियों को पढ़ा जायेगा तथा मृत पाये गये खातेदारों हेतु फार्म- पी0ए0-11-ए0 भरा जायेगा। साथ ही राजस्व निरीक्षकों द्वारा पी0ए0-11-ए0 की जांच कर निर्विवादित उत्तराधिकारियों के नाम दर्ज करने हेतु आदेश पारित किया जायेगा तथा रजिस्ट्रार कानूनगो द्वारा इन आदेशो को कम्प्यूटरीकृत खतौनी में प्रविष्टि कराते हुए उसकी नकलें निर्गत की जायेगी। दिनांक 14 फरवरी, 28 फरवरी, 14 मार्च तथा 31 मार्च 2015 को जनपद की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप-1 (क) (ख) (ग) तथा (घ) में परिषद की वेबसाइड पर फीड किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया 01 अप्रैल से 15 अप्रैल 2015 तक जनपद के प्रत्येक तहसीलों के 10 प्रतिशत ग्रामों को रैण्डमली चिन्हित करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों से जांच कराया जायेगा। दिनांक 16 अप्रैल 2015 को जांच में अवशेष पाये गये प्रकरणों की संख्या तथा उत्तरदायी कर्मचारियों के खिलाफ की गयी अनुशासनात्मक कार्यवाहियों का विवरण निर्धारित प्रारूप-2 में फीड किया जायेगा। जिलाधिकारी ने यह जानकारी आज कलेक्ट्रेट में राजस्व कार्यो की प्रगति समीक्षा के दौरान दी।
जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों/तहसीलदारों को निर्देशित किया कि अभियान को सफल बनाने हेतु निर्धारित समय सारणी के अनुसार कार्यवाही अपने स्तर से सुनिश्चित कराते हुए निर्धारित प्रारूप पर सम्बन्धित तिथि को वांछित सूचना प्रत्येक दशा में बिना किसी विलम्ब के परिषद को प्रेषित किये जाने हेतु भूलेख मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही क्षम्य नही होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान की समाप्ति पर 31 मार्च को प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उपजिलाधिकारी को इस आशय का प्रमाणपत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नही है।
जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्यमंत्री संदर्भ, शासन व परिषद तथा मण्डलायुक्त स्तर से प्राप्त होने वाले संदर्भो की समीक्षा करते हुए सभी उपजिलाधिकारियों/तहसीलदारों को निर्देशित किया कि प्राप्त संदर्भो का शत-प्रतिशत निस्तारण/अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने राजस्व वादों की समीक्षा के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देशित किया कि जिस मजिस्ट्रेट का राजस्व वादों का निस्तारण मानक से कम हो उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाय।
जिलाधिकारी ने बैठक में करकरेतर राजस्व वसूली की समीक्षा की। जिसमें व्यापार कर, परिवहन तथा विद्युत देय की वसूली/आय निर्धारित मानक से कम पाये जाने पर इन विभागों की प्रति सप्ताह प्रगति समीक्षा के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने प्रगति समीक्षा में स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, मनोरंजन, वाटमाप, की मासिक प्रगति शत-प्रतिशत पाये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि इसी प्रकार आगे भी आय/वसूली की प्रगति को बढाया जाय। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन कृष्णलाल तिवारी, सी0आर0ओ0 बी0के0दोहरे व सम्बन्धित उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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