प्रदेश की महिला कल्याण एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अरूण कुमारी कोरी ने आज यहां बताया कि मेरठ के राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) से गत 02 फरवरी को 91 अपचारी किशोरों की पलायन की घटना को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा कड़ा रवैया अपनाते हुये इसकी जांच विभागीय विशेष सचिव द्वारा करायी गयी। जांच रिपोर्ट के आधार पर सम्प्रेक्षण गृह के सहायक अधीक्षक श्री छोटे लाल को अपने कर्तव्यों मंे लापरवाही बरतने, सम्प्रेक्षण गृह स्थित अपने आवास में न रह कर अन्यंत्र रहने तथा घटना के दिन सम्प्रेक्षण गृह में गैर-हाजि़र रहने के लिये तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। इसके अलावा कार्यों के प्रति सजग न रहने के लिए केअर टेकर श्री हरिशाम गुप्ता तथा प्रकाश चन्द्र के खिलाफ विभागीय कार्यवाही किये जाने के आदेश दिये गये हैं। साथ ही इन तीनों के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने के निर्देश भी मंत्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना से ंसबंधित सभी दोषी कर्मियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा तथा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
महिला कल्याण मंत्री ने बताया कि मेरठ के जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री विकास सिंह को तत्काल वहां से स्थानान्तरित करते हुए महाराजगंज जिले में तैनात किया गया है तथा श्री पुष्पेन्द्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, सहारनपुर को मेरठ जनपद के जिला प्रोबेशन अधिकारी पद का अतिरिक्त कार्य प्रभार दिया गया है। उन्होंने बताया कि मेरठ में पिछले कई वर्षों से तैनात 12 कार्मिकों को अन्य जनपदों में स्थानान्तरित कर दिया गया है तथा मेरठ में अन्य जनपदों से कार्मिकों की तैनाती कर दी गयी है।
श्रीमती कोरी ने बताया कि जांच में यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि सम्प्रेक्षण गृह में घटना के समय वहां पर नियमित रूप से तैनात किये गये 02 सिपाही अनुपस्थित थे। जिलाधिकारी, मेरठ द्वारा कुल 18 होमगाडर््स की सम्पे्रेक्षण गृह पर तैनाती के आदेश दिये गये हैं। किन्तु किसी माह में पूरे होमगार्ड्स ड्यूटी पर नहीं आये। अनुपस्थित सिपाहियों के विरूद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मेरठ द्वारा कार्यवाही की गयी है। दोनो सिपाहियों श्री वीरेश कुमार व श्री अंकित को निलम्बित कर दिया गया है। होमगार्ड्स की अपेक्षित उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए जिलाधिकारी, मेरठ द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
महिला कल्याण मंत्री ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मेरठ द्वारा पलायन किये हुए किशोरों को वापस लाने का प्रयत्न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की टीम गठित कर किशोरों को वापस लाने का लगातार प्रयत्न किया जा रहा है, और अब तक 61 किशोरों को सम्प्रेक्षण गृह में वापस लाने में सफलता मिली है।
श्रीमती अरूण कुमारी कोरी ने बताया कि इस राजकीय सम्पे्रक्षण गृह में किशोरों की संख्या गृह की क्षमता से बहुत अधिक है। इस गृह में 100 किशोरों की क्षमता के सापेक्ष लगभग 200 किशोर रह रहे थे। इस कारण यहां पर रहने वाले किशोंरों को बुलन्दशहर एवं गाजियाबाद में स्थानान्तरित करने की कार्यवाही की जा रही है। अब तक 43 किशोरों को बुलन्दशहर राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में भेजा जा चुका है तथा 98 किशोरों को गाजियाबाद में राजकीय सम्प्रेक्षण गृह का संचालन कर स्थानान्तरित करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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