भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव बड़ी ही चतुराई से अपनी पार्टी की सरकार में फैले भ्रष्टाचार से खुद को अलग दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि हर बार सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव सार्वजनिक मंच से प्रदेश की सपा सरकार के मंत्रियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और गरीब जनता के शोषण के बारे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिदायत देने का दिखावा तो करते हैं लेकिन जब कार्रवाई की बात आती है तो खुद ही वह ऐसे मंत्रियों को प्रश्रय भी देते हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि यह बात बिल्कुल समझ में नहीं आती है कि सपा सरकार में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। जब सपा सरकार के सभी महत्वपूर्ण पदों पर मुलायम सिंह यादव के ही करीबी अधिकारी और नेता काबिज हैं। यूपी में सपा सरकार बनने के बाद मुलायम सिंह यादव के परिवार ने केवल आने करीबी नेताओं को ही मंत्रिमंडल में जगह दी थी। समय-समय पर इन नेताओं को बढ़ावा भी दिया है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अब ये ही नेता मंत्री के रूप में प्रदेश के खजाने को लूट रहे हैं और आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली तो लोकायुक्त की जांच में भी फंस चुके हैं। इन मंत्रियों की मुलायम सिंह यादव से नजदीकी जगजाहिर है। मुलायम के निर्देश पर ही इन मंत्रियों का दर्जा राज्यमंत्री से बढ़ाकर कैबिनेट मंत्री का किया गया था।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अगर वास्तव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भ्रष्ट मंत्रियों को प्रश्रय दे रहे हैं तो जनता के हित में मुलायम सिंह को फौरन खुद या अपने परिवार के दूसरे किसी सदस्य को मुख्यमंत्री बनाकर जनता को राहत देनी चाहिए। जनता अब बार-बार मंचों से सपा सरकार में भ्रष्ट मंत्रियों को लेकर मुख्यमंत्री की केवल आलोचना करने के पीछे की मुलायम सिंह यादव की रणनीति से वाकिफ हो चुकी है। अब और जनता बेवकूफ नहीं बनने वाली।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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