‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर - एक में अनेक’ में प्रतिभाग हेतु लखनऊ पधारे कनाडा, फ्रांस, जापान, मैक्सिको, मंगोलिया, अमेरिका, फिनलैण्ड, ब्राजील, जर्मनी, नार्वे, स्वीडन एवं भारत के 11 से 12 वर्ष उम्र के नन्हें शान्तिदूत आज बड़े उल्लास से महामहिम राज्यपाल श्री राम नाईक से मिले और दिल खोलकर उनसे बातचीत की। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी के मार्गदर्शन में महामहिम राज्यपाल महोदय से भेंट करने राजभवन पहुँचे इन बच्चों की उत्सुकता देखते ही बनती थी एवं राज्यपाल महोदय भी प्रत्येक बच्चे से बड़ी गर्मजोशी से मिले और एकता, शान्ति व भाईचारे का संदेश सारे विश्व में प्रवाहित करने हेतु आशीर्वाद दिया। इस मुलाकात में 12 देशों से पधारे बच्चों ने अपने लखनऊ प्रवास के अनुभवों से महामहिम राज्यपाल को अवगत कराया एवं अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के दौरान सीखे गये एकता, शान्ति, वसुधैव कुटुम्बम की भावना एवं भारतीय संस्कृति व सभ्यता पर भी जमकर चर्चा की। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल श्री राम नाईक ने देश-विदेश से पधारे बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सारी दुनिया भारत की महान संस्कृति का लोहा मानती है और मुझे विश्वास है कि आप सभी मेधावी बच्चे यहाँ रहकर भारतीय संस्कृति से तो रूबरू होंगे ही, साथ ही भारतीय संस्कृति के विचारों को सारे विश्व में प्रवाहित करेंगे और यहाँ से कुछ सीख लेकर जायेंगे। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे उत्कृष्टता के लिए पूरा प्रयास करें।
इससे पहले सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने राज्यपाल श्री राम नाईक को पुष्पगुच्छ भेंट किया एवं विभिन्न देशों के बाल प्रतिनिधियों को समय देने हेतु राज्यपाल महोदय का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डा. जगदीश गाँधी ने राज्यपाल श्री राम नाइक के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपसे हुई बच्चों की यह भेंट इनका का मनोबल बढ़ाने में सहायक होगी। आप द्वारा बच्चों को दिया गया यह अमूल्य समय निश्चित ही बच्चों के जीवन का एक यादगार पल साबित होगा जो सदैव उनका मार्गदर्शन करता रहेगा। डा. गाँधी ने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है कि विभिन्न देशों से पधारे ये बच्चे यहाँ लखनऊ में एकसाथ एक छत के नीचे साथ-साथ रहकर विचारों का आदान-प्रदान तो कर ही रहे हैं, साथ ही साथ भारतीय संस्कृति के आदर्श ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ भावना को प्रचारित प्रवाहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सी.एम.एस. में शिक्षा के माध्यम से ऐसे प्रयास किये जा रहे है जिसके द्वारा प्रत्येक बालक ईश्वर की शिक्षाओं का पालन करें और इस बात को आत्मसात कर सकें कि मानव जाति की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि आज राज्यपाल श्री राम नाईक से भेंट करने वालों में विश्व के 12 देशों के चार-चार बच्चों के छात्रदल, उनके टीम लीडर एवं जूनियर काउन्सलर आदि शामिल थे। श्री शर्मा ने बताया कि श्री शर्मा ने बताया कि एक माह का ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर - एक में अनेक’’ इन दिनों सी.एम.एस. की मेजबानी में आयोजित किया जा रहा है जिसमें विश्व के 12 देशों से पधारे 11 वर्ष से 12 वर्ष की आयु के चार-चार बच्चों के दल अपने ग्रुप लीडर के नेतृत्व में प्रतिभाग कर रहे हैं। यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर 28 दिसम्बर 2014 से 24 जनवरी 2015 तक आयोजित हो रहा है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न देशों से पधारे बाल प्रतिभागी लगभग एक माह तक साथ-साथ रहकर भारत की सँस्कृति, सभ्यता, खान-पान व रीति-रिवाजों से अवगत हो रहे हैं एवं ‘वसुधैव कुटम्बकम’ की भावना को भी साकार रूप दे रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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