उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश के किसानों और गरीबों की स्थिति में काफी सुधार होगा, क्योंकि राज्य सरकार गांव एवं किसान की प्रगति के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है, जिसका सीधा असर ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को सिंचाई की मुफ्त सुविधा उपलब्ध करा रही है। कृषि क्षेत्र के लिए पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अलग फीडर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वर्ष 2016 से ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घण्टे विद्युत आपूर्ति होने लगेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां स्मृति उपवन में पी.एच.डी. चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज़ के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय ‘एग्रीहाॅर्टी टेक उत्तर प्रदेश’ (इण्टरनेशनल एक्जीबिशन आॅन एग्रीकल्चर एण्ड हाॅर्टीकल्चर टेक्नोलाॅजी) के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। आयोजन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कम से कम दो बार ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन किया जाना चाहिए। इससे किसानों एवं कृषि आधारित उद्यमियों के बीच की दूरी कम होगी और किसानों को आधुनिक तकनीक, नये विचार एवं अन्य देशों में कृषि के क्षेत्र में हो रहे बदलाव की जानकारी मिलेगी। ज्ञातव्य है कि इस प्रदर्शनी में विभिन्न प्रदेशों के अलावा नीदरलैण्ड, आॅस्टेªलिया, इजराइल आदि देश भी भाग ले रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि किसानों की आर्थिक तरक्की के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न नीतियों को बनाकर किसानों एवं उद्योगों को आपस में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कामधेनु डेयरी योजना से जहां दुग्ध उत्पादकों की आमदनी में बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं प्रदेश में दुग्ध उत्पादन भी बढ़ा है। इससे अमूल जैसी कम्पनियां प्रदेश में तेजी से अपना विस्तार कर रही हैं। राज्य सरकार छोटेे किसानों को एक या दो दुधारू पशु पालन के लिए सहयोग देने पर विचार करेगी। इसी प्रकार कुक्कुट विकास नीति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी को देखते हुए प्रतिदिन लगभग 02 लाख से अधिक अण्डों की जरूरत पड़ती है। प्रदेश सरकार कुक्कुट पालन की परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए भी गम्भीरता से काम कर रही है। इसी प्रकार मत्स्य पालन को भी बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार के इन प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर बदल रही है। उन्होंने प्रदेश के किसानों से नई तकनीक अपनाकर अधिक से अधिक पैदावार प्राप्त करने के अलावा कृषि आधारित उद्योग-धंधे शुरू करने का आह्वान किया, ताकि उनकी आय बढ़े और प्रदेश खुशहाल बने।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों को बड़े नगरों से जोड़ने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार द्वारा निर्मित कराए जा रहे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जहां किसानों को तेजी से अपने उत्पाद शहरों तक पहुंचाने का मौका मिलेगा, वहीं एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ बड़ी एवं आधुनिक सुविधाओं से लैस मण्डियों की स्थापना भी की जाएगी। इन मण्डियों में फूड प्रोसेसिंग इकाइयों की स्थापना को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने प्रदेश के किसानों द्वारा कृषि क्षेत्र में किए जा रहे तमाम अभिनव प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आलू, गन्ना, दुग्ध, गेहूं आदि के उत्पादन में अन्य प्रदेशों से काफी आगे है। उन्होंने इस बात की सराहना की कि उद्यमी अब किसानों का महत्व समझते हुए, उनसे जुड़ने एवं उन्हें कृषि क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलाव की जानकारी दे रहे हैं।
विकसित देशों द्वारा कृषि एवं किसानों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि ये सभी देश किसानों की बदौलत ही खुशहाल बने हैं। इसमें उद्यमियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसको ध्यान में रखते हुए ही प्रदेश सरकार भी राज्य के किसानों की आय में बढ़ोत्तरी के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि समृद्धि के साथ-साथ लोगों की फल सब्जियों एवं अन्य कृषि उत्पादों की मांग बढ़ेगी, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। उन्होंने प्रदर्शनी में लगाए गए स्टाॅलों को अत्यन्त उपयोगी एवं जानकारीपरक बताते हुए कहा कि इससे किसानों को नई तकनीक देखने, समझने, जानने और अपनाने का मौका मिलेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रति हेक्टेयर सर्वाधिक गन्ना, मत्स्य, गाजर, केला, धान, गेहूं एवं दलहन उत्पादकों के साथ-साथ अधिक दुग्ध उत्पादन करने वाले पशु पालकों आदि को सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने नाबार्ड तथा स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा ऋण प्राप्त कर सफलता का कीर्तिमान स्थापित करने वाले किसानों को भी सम्मानित किया। साथ ही, सुलभ शौचालय के संस्थापक श्री बिन्देश्वरी पाठक को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टाॅलों का अवलोकन किया एवं उनके उत्पादों तथा प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
इससे पूर्व, पी.एच.डी. चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री आलोक वी. श्रीराम तथा उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डाॅ. ललित खेतान ने मुख्यमंत्री सहित कार्यक्रम में शामिल किसानों एवं विभिन्न कम्पनियों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया और आश्वस्त किया कि उनकी संस्था द्वारा इस प्रकार का प्रयास आगे भी जारी रखा जाएगा।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव कृषि श्री अमित मोहन प्रसाद सहित उद्यमी एवं किसान शामिल थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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