उन्नाव में गंगा नदी में बहकर नदी के किनारे लगी हुईं मिलीं सैंकड़ों लाशों से प्रदेश की जनता में इस घटना के प्रति घोर संशय व्याप्त हो गया है। इतनी बड़ी संख्या में लाशें कहां से बहकर आयीं और इनकी मौतें कैसे हुई, इस तथ्य का अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है। ऐसे में राज्य सरकार इस घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराये, ताकि मौतों का खुलासा हो सके।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री ने आज जारी बयान में कहा कि नदी में मिली सैंकड़ों लाशें कहां से बहकर आयीं और इनकी मृत्यु किन परिस्थितियों में हुई है इस बात का पता लगाने में प्रदेश की पुलिस अभी तक कामयाब नहीं हो पायी है। ऐसे में यह भी आवश्यक हो गया है कि इस घटना की साइंटिफिक तरीके से एक्सपर्ट से जांच करायी जानी चाहिए ताकि इस प्रकार की संदेहास्पद मौतों का खुलासा हो सके और आम जनता को इसकी सच्चाई मालूम हो सके। आम जनता के बीच इस सनसनीखेज घटना के प्रति ऐसी भ्रम की स्थिति बन रही है कि इसकी गहराई से जांच कराया जाना आवश्यक हो गया है।
डाॅ0 खत्री ने कहा कि जहां तक लाशों की जल समाधि देने की बात है तो एक-दो लाशों की बात तो समझ में आती है कि मृत्यु के उपरान्त गरीबों के पास दाह संस्कार का पैसा न होनें के कारण लाश को गंगा में प्रवाहित कर दी गयी हो, किन्तु एक साथ सैंकड़ों लाशों के मिलने से किसी बड़े षडयंत्र होने की शंका पैदा करता है।
डाॅ0 खत्री ने राज्य सरकार से मांग की है कि उक्त घटना की मा0 उच्च न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायाधीश से जांच करायी जाय, ताकि सच्चाई का खुलासा हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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