समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि कहावत है झूठ के पैर नहीं होते हैं। सच पर बहुत दिनों तक पर्दा नहीं डाला जा सकता है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव झूठे वायदों पर जीत लिया पर अब उसकी वायदाखिलाफी सामने आ रही है। घर-घर मोदी का नारा भी फीका पड़ गया है। जनता भाजपा के बहकावे में अब आनेवाली नहीं है। प्रदेशवासियों को इस बात का एहसास हो गया है कि समाजवादी पार्टी की ही कथनी-करनी में भेद नहीं होता है। समाजवादी पार्टी सरकार ने समाज के सभी वर्गो के कल्याण की योजनाओं को कार्यान्वित किया है और चुनावी वायदे भी निभाये हैं।
भाजपा से जनता के मोहभंग के ताजा उदाहरण वाराणसी और लखनऊ में छावनी परिषद के चुनाव नतीजे है। इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अपने पूरे लावलश्कर के साथ प्रचार करने गए थे। लखनऊ में केन्द्रीय गृहमंत्री की इज्जत भी दांव पर लगी थी। उनके सुपुत्र स्वयं प्रचार में लगे हुए थे। वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है। उन्होने वाराणसी शहर को जापान के क्योटो शहर जैसा बना देने का सपना दिखाया था। गंगा को निर्मल बनाने के साथ उसके घाटों के सौंदर्यीकरण का भी जनता को भरोसा दिलाया था।
भाजपा के लिए चुनावो में हार का सिलसिला अब प्रारम्भ हो गया है। उसके झूठ का मुलम्मा उतरने लगा है। लोगों ने उस पर भरोसा करना छोड़ दिया है। इससे पूर्व विधान सभा के उपचुनावो में भी समाजवादी पार्टी 9 क्षेत्रों पर अपनी जीत दर्ज करा चुकी है। अब लखनऊ, आगरा और काशी के छावनी परिषद के चुनावो में भाजपा का सूपड़ा ही साफ हो गया। लखनऊ में छावनी परिषद के चुनावो में 8 वार्डो में 4 में समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। भाजपा को जनता नकार रही है। राजधानी में छावनी के चुनाव नतीजे भाजपा के अंधेरे भविष्य की कहानी कह रहे हैं। जनता ने मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव पर ही भरोसा दिखाया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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