समाजवादी पार्टी की उ0प्र0 सरकार ने अक्टूबर माह में बिजली के दामों में 14फीसदी की भारी वृद्धि की थी और अब एक बार पुनः प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को नव वर्ष पर बढ़े हुए बिजली दरों का तोहफा देने की पूरी तैयारी कर चुकी है। कंाग्रेस पार्टी इसका घोर विरोध करती है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डाॅ0 हिलाल अहमद ने कहा कि अक्टूबर माह में बिजली के मूल्य बढ़ाये जाने का विरोध कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर तरीके से किया था तथा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री जी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में कंाग्रेस की जिला एवं शहर इकाइयों द्वारा भी धरना-प्रदर्शन करके विरोध किया गया था। यह अत्यधिक खेद का विषय है कि आम जनता को इतने भारी मूल्यों पर बिजली बेंचने के बावजूद समाजवादी पार्टी की सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति करने में पूरी तरह विफल हो चुकी है।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता वैसे ही बेकाबू होती हुई मंहगाई से दबी हुई है ऐसे में यदि राज्य सरकार बिजली के दामों में मनमाने ढंग से बढ़ोत्तरी करेगी तो निश्चित रूप से आम जनता की कमर टूट जायेगी। प्रदेश सरकार किसानों केा गन्ने के बकाया मूल्यों मा0 उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद भी दिलाने में असमर्थ रही है ऐसे में यदि बिजली के मूल्यों में वृद्धि की जाती है तो प्रदेश के किसानों की दयनीय दशा और भी खराब हो जायेगी।
डाॅ0 हिलाल अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार, सरकारी विभागों से बिजली का भुगतान प्राप्त करने में पूर्णतया असफल है तथा यह अफसोस की बात है कि लगभग 28करोड़ रूपये की देनदारी इन विभागों पर है। परन्तु सरकार इनसे बिजली का दाम नहीं वसूल पा रही है और आम जनता पर इसका बोझ भी डालना चाहती है।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार के इस प्रकार से बिजली के मूल्यों को बढ़ाये जाने का कड़ा विरोध करती है तथा प्रदेश सरकार को चेतावनी देती है कि यदि सरकार ने मनमाने ढंग से बिजली के दामों में वृद्धि की तो कंाग्रेसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आम जनता एवं किसानों के हितों के लिए संघर्ष करने के लिए विवश होगी।
प्रवक्ता ने मांग की है कि राज्य सरकार सरकारी विभागों पर बकाये भारी भरकम धनराशि को वसूल करे और आम जनता पर इस बोझ को डालने का निर्णय न ले।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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