पिछले 10 दिनों से नियुक्ति के लिए आमरण अनशन पर बैठे जूनियर गणित/विज्ञान के शिक्षकों ने आज दोपहर 3 बजे सरकार के रवैये खफा होकर 12 शिक्षकों ने गोमती नदी में छलांग लगा ली जिससे मंयक ,विवेकानंद पाण्डेय,, के0पी0 यादव, रामसिंह, बिट्टू यादव संजय यादव विनय पटेल समेत एक दर्जन से अधिक शिक्षक सर्दी एवं ठंडक से उनकी हालत बिगड़ गयी जिला प्रशासन की तरफ से पहुची अधिकारी निधि श्रीवास्तव के अनुरोध करने पर भी नही माने ये नियुक्ति की पत्र जारी करने की मांग पर अड़े रहे । ए0डीएम0 निधि श्रीवास्तव के सामने ही जूनियर शिक्षक आचानक गोमती नदी में कूद पड़ें। धरना स्थल पर अम्बुलेन्स के समय पर न पहुचने पर पुलिस की जीप में भर कर अस्पताल भेजा गया । इसके बाद आमरण अनशन पर बैठे सभी शिक्षकों को पुलिस ने जबरन उठने को मजबूर कर दिया । इस अनशन से उठने में पुलिस प्रशासन ने कई बार लाठी चार्ज भी की। और धरना स्थल पर पुलिस ने शिक्षकों जबरन हटाया । इसके बाद अनशनकारी शिक्षकों गिरफ्तार कर पीएसी की बस में भर कर पुलिस लाइन ले गयी । धातव्य हो कि ये शिक्षक सरकार से नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर पिछले 10 दिन से लक्ष्यमण मेला मैदान में बैठे थे । इनमे कु एक दर्जन से अधिक शिक्षक भूख हड़ताल पर बैठे थे। जिनमें कल पांच से अधिक शिक्षकों की हालत बिगड़ गयी थी।
आमरण पर अनशन पर बैठे शिक्षकों ने आरोप लगाया कि
सरकार का शिक्षक विरोधी एवं अडियल रवैया उजागर हो गया और जानबूझ कर बार बार शिक्षकों पर लाठी चार्ज करवा रही है। हम शिक्षक शांतिपूर्वक धरना स्थल पर बैठ कर अनशन कर रहे थे। लेकिन पुलिस बार धरना से उठाने को मजबूर कर दिया। एक तरफ सरकार ने बीटीसी , अंशकालिक अनुदेशकों ,शि़क्षामित्रों एवं उर्दू शिक्षकों की भर्ती जूनियर गणित/विज्ञान के बाद निकाली और इन सभी को कंडीशनल नियुक्ति पत्र ( हाईकोर्ट के फैसले के अधीन) दे दिया परन्तु अखिलेश सरकार ने अपने कार्यकाल में निकाली गणित विज्ञान शिक्षकों के प्रति सौतेला व्यवहार कर रही है। जोकि शिक्षक हित में ठीक नही है।
हाईकोर्ट में 12 बार सुनवाई मे सरकार की ओर से कोई अधिकारी एवं सरकारी वकील सुनवाई के समय हाईकोर्ट में उपस्थित नही रहा है ऐसे में यह शिक्षक भर्ती प्रक्रिया हाईकोर्ट में लटक गयी है। वैभव यादव का कहना है कि सरकार यदि ठीक अपना पक्ष हाईकोर्ट में रखती तो हम सभी शिक्षकों काउसिंलिग के बाद नियुक्ति पत्र मिल जाता सरकार के ढुलमुल एवं उपेक्षा पूर्ण रवैया से हम लोगों को ज्वानिंग नही मिल पा रही है।
मूल अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र सरकार ने जमा करवा लिए और भर्ती प्रक्रिया को हाईकोर्ट में लटक गयी।
गणित विज्ञान के चयनित शिक्षकों का दर्द - काउसिलिंग करा चुके लगभग 27 हजार से अधिक शिक्षकों के मूल अंकपत्र एवं सभी प्रमाण पत्र जमा करवा लिए ऐसे में गणित विज्ञान शिक्षक भर्ती हाईकोर्ट में लटक गयी है । इस प्रकार काउसिलिंग करा चुके ये चयनित शिक्षक यह मांग कर रहे है कि सरकार जल्द हमें कंडीशनल नियुक्ति पत्र ( हाईकोर्ट के फैसले के अधीन ) शिक्षामित्रों एवं विशिष्ट बीटीसी एवं उर्दू शिक्षकों की तरह नियुक्ति पत्र जारी करें । अन्यथा मूल अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र वापस करे जिससे ये अन्य सरकारी नौकरियों में अप्लाई कर सके।
क्या है मामला - उ0 प्र0 सरकार ने परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों जूनियर शिक्षको की भारी कमी को देखते हुए पूर्व की 100 फीसदी प्राथमिक शिक्षकों का प्रमोशन जूनियर के उच्च प्राथमिक विद्यालय किया जाता था । उ0प्र0 सरकार की नीति में बदलाव करते हुए आधे पदो के लिए पिछले वर्ष सितंबर में गणित विज्ञान शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी पास बी0एड0 के अभ्यथिर्यो की जूनियर स्कूलों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था। परन्तु प्राथमिक शिक्षकों को की मांग है कि प्रमोशन 100 प्रतिशत दिया जाय । जिसको लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने प्रमोशन के मुद्दे पर हाईकोर्ट में वाद दाखिल कर दिया और हाईकोर्ट ने सरकार से 8 जुलाई को प्रमोशन के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा और जूनियर गणित /विज्ञान शिक्षकों की नियुक्ति पत्र जारी करने पर रोक लगा दी थी। चयनित शिक्षको का कहना है कि उ0प्र0 सरकार , हाईकोर्ट में सुनवाई के तारीख में सरकारी वकील ही नही भेजती है। सरकार जूनियर शिक्षक भर्ती के प्रमोशन एवं प्रोफेशन वाले केस की सुनवई मे कोई रूचि नही ले रही हैं जिसके करण ये भर्ती प्रक्रिय हाईकोर्ट में लटक गयी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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