आज दिनांक 21 दिसम्बर 2014 को रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल स्कूल्स, लखनऊ के 1970 से 2009 तक के पूर्व छात्रों का सम्मेलन अमर षहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय सभागार सेक्टर-14 इन्दिरा नगर में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन संस्था के संस्थापक-प्रबन्धक जयपाल सिंह ने पारम्परिक दीप प्रज्वलित कर तथा अमर षहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण करके किया। सम्मेलन का आरम्भ सरस्वती वन्दना से हुआ।
पूर्व छात्र सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए संस्थापक-प्रबन्धक जयपाल सिंह ने कहा कि मैं अकेला ही चला था जानिबे मँजिल मगर लोग आते गये कारवाँ बनता गया। विद्यालय में पढ़े छात्र आज ऊँचे -ऊँचे पदों पर बैठे हैं छात्रों को देखकर विद्यालय गौरवान्वित होता है। हमारे पूर्व छात्र अमर षहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय ने कारगिल युद्व के दौरान वीरता का परिचय देते हुए अपने देष के लिए प्राणों की बलि तक दे दी। हर छात्र हमारे विद्यालय का मनोज पाण्डेय या फिर सेना में जाकर देष के लिए कुछ करना चाहता है। साथी हाथ बढ़ाना के साथ यहाँ के छात्रों ने उस समय अत्यधिक श्रमदान कर विद्यालय के निर्माणों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वच्छ भारत अभियान के तहत वर्तमान समय के विद्यार्थी सफाई पर ध्यान दे रहे हैं परन्तु पूर्व के छात्रों ने श्रमदान करते हुए विद्यालय को विषाल भवन बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने विद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक अपने संघर्ष और सफलता के लम्बे सफर के खट्टे मीठे अनुभव छात्रों के साथ बाँटे। पूर्व छात्रों ने मंच पर आकर अपने छात्र जीवन की यादें भी ताजा की और कहा विद्यालय से मिली षिक्षा और संस्कार उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सदैव सहायक रहे। संस्थापक-प्रबन्धक जयपाल सिंह ने आर्षीर्वचन के साथ छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। पूर्व छात्रों ने संस्था के संस्थापक-प्रबन्धक जयपाल सिंह का भव्य माल्र्यापण कर उनका अभिनन्दन किया। छात्र रवि प्रकाष त्रिपाठी ने कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय को समर्पित करते हुए एक कविता सुनाई जिसने लिख दी बलिदान कथा हिमगिरी की चोटी पर जाकर, मुरदे भी खडग माँगते हैं, उसकी रण गीता गा गा कर। मेरे मन में विष्वास प्रबल, दृढ़ निष्चय युक्त कल्पना है। यह सत्य तुला पर तुली, हुई गाथा है नहीं कल्पना है। अमर षहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय की याद में ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँख में भर लो पानी का गीत प्रस्तुत किया। अंत में पेषावर में बर्बर आतंकवादी हमले के षिकार बच्चों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।
सम्मेलन में पूर्व वरिष्ठ छात्र-छात्राओं ले.कर्नल आदित्य प्रताप सिंह, बैंक मैंनेजर अमर सिंह, डिप्टी एस.पी कष्ृण मोहन, पी.सी.एस अभिड्ढेक षुक्ला, प्रतिमा त्रिपाठी, डाॅ रचना मौर्या, इंजीनियर लेसा रवि बाला, डायरेक्टर साफ्टवेयर अनूप मिश्रा, संतोड्ढ यादव, जयदीप तिवारी , इंजीनियर पुनीत चन्द्रा, पत्रकार संतोड्ढ सिंह, राजीव जोषी ,पूर्व पाड्र्ढद त्रिलोक सिंह अधिकारी, दिलीप श्रीवास्तव, राजेष सिंह गब्बर, जी.डी.षुक्ला, पाड्र्ढद मुकेष सिंह चैहान सहित सैकड़ों पूर्व छात्र-छात्राओं को माल्र्यापण कर सम्मानित किया गया। अंत में प्रधानाचार्या श्रीमती निर्मल टण्डन ने आये पूर्व छात्रों को धन्यवाद दिया। सम्मेलन में प्रधानाचार्या श्रीमती कमला डोगरा, आषा अरोरा, श्रीमती सीता सेठ्ठी, श्रीमती माया जोषी, श्रीमती उषा त्रिपाठी, श्रीमती प्रीति कुदेसिया, श्रीमती मनोरमा उपाध्याय, श्रीमती रेखा अवस्थी आदि उपस्थित थीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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