आतंकवादियों का न तो कोई धर्म होता है न कोई नैतिक सिद्धांत। उनको तो खून खराबा कर समाज में भय व्याप्त करना है चाहे उसके लिए उनको मासूम बच्चों की ही हत्या क्यों न करनी पड़ी। आज आतंकवाद से पूरी दुनिया पीडि़त है। पाकिस्तान में आर्मी पब्लिक स्कूल, पेशावर में 132 छात्रों व 9 स्कूल कर्मचारियों की नृशंस हत्या तालिबानियों द्वारा की गई व कई घायल अस्पताल में भर्ती हैं। ऐसे आतंकवाद को केवल विश्व सरकार द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, इसलिए अब समय आ गया है जबकि सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को मिलकर एक विश्व पुलिस, विश्व संसद, विश्व संविधान एवं न्यायिक व्यवस्था बनाने के लिए देरी नहीं करनी चाहिए। यह विचार आज एक प्रेस कांफ्रेस में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के 50,000 छात्रों के प्रतिनिधि सीएमएस गोमती नगर (कैम्पस प्) के 11 छात्र आकृति लालवानी, अरात्रिका आहूजा, प्रांकुर सिन्हा, दिया पाण्डेय, विश्रुत द्विवेदी, अरूणिमा चैधरी, सागरकिा मिश्रा, अमूल्या यादव, सोनल सिंह, अनन्या मेहरोत्रा एवं देविना श्रीवास्तव ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मार्मिक अपील करते हुए कहा कि हम सिटी मोन्टेसरी स्कूल के 50000 छात्रों की ओर से यह मांग करते हैं कि वे विश्व के राष्ट्राध्यक्षों की मीटिंग बुलाकर इस गंभीर समस्या के निदान हेतु विश्व सरकार बनाने का प्रयास करेें।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए प्रख्यात शिक्षाविद एवं सीएमएस के संस्थापक डाॅ. जगदीश गाँधी ने कहा कि मुझे उन बच्चों की चीखें व निर्मम हत्याओं से इतना दुःख हो रहा है कि इसके लिए जितना भी शोक प्रकट किया जाये, कम होगा। मेरा ऐसा मानना है कि आदमी के इस प्रकार के वहशीपन पर काबू करना केवल अंतर्राष्ट्रीय कानून द्वारा ही सम्भव है। डाॅ. गाँधी ने आगे बोलते हुए कहा कि भारत की संसद पर हमला हो या वल्र्ड ट्रेड सेन्टर, न्यूयार्क में हमला, आतंकवादी कभी भी कहीं पर भी हमला कर सकते हैं। यह एक विश्वव्यापी बीमारी की तरह फैल गई है और कोई एक सरकार चाहें वह भारत हो, पाकिस्तान हो या अमेरिका हो, अकेले इस समस्या पर नियंत्रण नहीं कर सकता है। इस समस्या का केवल एक ही समाधान है कि विश्व स्तर पर ही एक नई विश्व व्यवस्था बनानी होगी। विश्व पुलिस जिसे किसी वीजा की जरूरत न पड़े ऐसे ही पुलिस के द्वारा सारे विश्व से आतंकवाद को समाप्त किया जा सकता है और यह काम एक विश्व सरकार के तहत ही सम्भव हैं। हमें विश्व कानून और विश्व न्यायिक व्यवस्था को इतना मजबूत बनाना है कि सभी देशों पर इसके नियम कानून प्रभावशाली रूप से लागू किया जाये।
इस अवसर पर वल्र्ड कान्सटिट्यूशन एण्ड पालिर्यामेन्ट ऐसोसिऐशन के प्रेसीडेन्ट अमेरिका निवासी प्रोफेसर ग्लेन मार्टिन भी मौजूद थे व उन्होंने भी खुलकर पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि अब देर नहीं करनी चाहिए। आतंकवाद के पापों का घड़ा अब भर चुका है। कुछ बड़े देश भी आतंकवाद फैलाते हैं। उनको व छोटे देशों को समानता लाने के लिए विश्व का एक ही कानून होना चाहिए। हमारी संस्था ने एक विश्व संविधान का प्रारुप तैयार किया है। विश्व में एक विश्व पुलिस, विश्व मुद्रा व विश्व कानून होना चाहिए। कहीं भी किसी भी देश में आंतकवाद या अन्याय हो तो विश्व न्यायालय द्वारा निर्णय लेकर न्याय व कानून स्थापित करना चाहिए। उन्होंने डाॅ. जगदीश गाँधी के प्रयासों की सराहना की।
सिटी मोन्टेसरी स्कूल के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि आज सी.एम.एस. की सभी शाखाओं में शोक सभा का आयोजन किया गया। विद्यालय के 50 हजार छात्रों ने दो मिनट का मौन धारण कर मारे गये बच्चों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही सी.एम.एस. के 50 हजार बच्चों ने भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी से अपील किया है कि वे सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों की एक बैठक शीघ्र बुलायें व भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 के प्रावधानों के अनुसार एक विश्व सरकार, विश्व संसद व विश्व न्यायालय का गठन करायें जिससे विश्व के 2.4 अरब बच्चों को भविष्य सुरक्षित हो सकें और आने वाली पीढि़या भी एक सुखी समाज का अंग बन सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com