आदि गंगा गोमती नदी के निर्मल एवं अविरल प्रवाह
हेतु जन जागरूकता
के लिए निर्मित लघु फिल्म ‘चले गोमती पथ पर’ भाग-1 का विमोचन संत गाडगे
प्रेक्षागृह, संगीत नाटक अकादमी, गोमती नगर में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
प्रदेश के लोकायुक्त न्यायमूर्ति एन.के.मेहरोत्रा जी के कर कमलों द्वारा किया
गया । इस अवसर पर उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि नदियों की देख
रेख व स्वच्छता की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है ।
आदि गंगा निर्मल एवं अविरल प्रवाह अभियान के अंतर्गत निर्मित फिल्म ‘चले
गोमती पथ पर’ भाग-1 में गोमती के उदगम पीलीभीत जनपद के फुलहर झील से लखनऊ तक
गोमती मार्ग पर पड़ने वाले प्रमुख स्थलों स्मारकों आदि का विस्तृत वर्णन करते
हुए फिल्म के माध्यम से गोमती नदी की पौराणिकता को भी दर्शाया गया है । वर्तमान
में गोमती से जुडी समस्याओं तथा प्रदूषण के प्रभाव के कारण उपजी विकट
परिस्थितियों को भी सामने रखने का प्रयास किया गया है ।
फ़िल्मके प्रदर्शन से पूर्व आयोजित ‘नदियाँ –जीवन आधार ’ विषयक
संगोष्ठी में मौजूद विभिन्न क्षेत्रो से आये विद्वत जनों ने नदियों की मानव
जीवन में प्रासंगिकता और आवश्यकता पर बल देते हुए नदी के संरक्षण की अपील
की, संगोष्ठी
की अध्यक्षता कर रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व लखनऊ के पूर्व सांसद
लालजी टंडन ने बताया कि गोमती लखनऊ की जीवन रेखा है, उन्होंने फिल्म निर्माण
को एक अच्छी पहल बताया । भारत सरकार के राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के
विशेषज्ञ सदस्य मोहन सिंह रावत गांववासी ने बिना नदियों के जीवन को असंभव
बताया ।
संगोष्ठी में पूर्व लोक निर्माण मंत्री सरजीत सिंह डंग ने गोमती की
अलौकिकता का वर्णन किया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रमापति शास्त्री ने आदि काल
से अब तक और भविष्य में नदियों का क्या महत्त्व रहेगा बताया । नवाब ज़ाफर मीर
अब्दुल्ला ने अवध की इस महत्वपूर्ण नदी से जुडी इतिहास को सबके बीच रखा ।
गोमती के पास स्थित लखनऊ के प्रसिद्द मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरी ने
नदी संरक्षण पर बल दिया । गोमती के सामाजिक व आर्थिक पहलू पर प्रो. शतदल
मित्रा द्वारा प्रकाश डाला गया ।
अभियान के संयोजक और फिल्म के शोधकर्ता व लेखक राजेश राय ने नदी
के संरक्षण हेतु कुछ उपाय रखने के साथ ही अभियान को और अधि तेजी दिए जाने की
बात कही ।
लघु फिल्म ‘चले गोमती पथ पर’ भाग-1 के निर्देशक शरद मिश्र ने
फिल्म के अनुभव को बेहद भावनात्मक बताते हुए कहा कि यह उनका माँ गोमती को
समर्पित एक प्रयास है । कार्यक्रम का संचालन अखिल आनंद द्वारा व धन्यवाद
ज्ञापन समीर गुप्तेश्वर सिंह द्वारा किया गया ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com